कटे होंठ-तालु वाले बच्चों के इलाज की शुरुआत, अभिभावकों के चेहरे पर लौटी मुस्कान

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जिले के 40 बच्चों की हुई स्क्रीनिंग, निःशुल्क सर्जरी से लोगों को राहत

मोतिहारी,24 मार्च:रिपब्लिक7भारत ,रजनीश रवि

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के तहत जिले में कटे होंठ और तालु वाले बच्चों के इलाज की सुविधा शुरू हो गई है। रक्सौल के डंकन हॉस्पिटल में आयोजित इस विशेष चिकित्सा शिविर का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव ने किया। इस पहल से कई अभिभावकों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है, क्योंकि अब बच्चों का इलाज जिले में ही संभव हो रहा है।

40 बच्चों की हुई स्क्रीनिंग, कई की सफल सर्जरी

इस शिविर में 8 जिलों से 122 मरीज पहुंचे, जिनमें पूर्वी चंपारण के 40, पश्चिमी चंपारण के 22, सीतामढ़ी के 19, मधुबनी के 17, दरभंगा के 15, मधेपुरा के 6 और मुजफ्फरपुर के 3 बच्चे शामिल थे। अब तक कई बच्चों की सफल सर्जरी हो चुकी है।

निःशुल्क इलाज, रहने-खाने की भी व्यवस्था

आरबीएसके जिला समन्वयक डॉ. शशि मिश्रा ने बताया कि जन्मजात कटे होंठ और तालु वाले बच्चों की सर्जरी बिहार सरकार के खर्चे पर की जा रही है। मरीजों के लिए फ्री इलाज, भोजन और रहने की व्यवस्था भी की गई है।

42 बीमारियों का इलाज भी उपलब्ध

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के तहत जन्मजात दोष, डिफिशिएंसी, बाल रोग जैसी 42 प्रकार की बीमारियों के इलाज की सुविधा पटना और अहमदाबाद जैसे शहरों के बड़े अस्पतालों में भी कराई जा रही है।

शिविर में मौजूद रहे स्वास्थ्य अधिकारी और डॉक्टर

इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव, डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन, आरबीएसके डीसी डॉ. शशि मिश्रा, डंकन हॉस्पिटल निदेशक डॉ. प्रभु जोसेफ, डॉ. जोश जॉन, समीर दुग्गल, समीना सईद और अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।