मोतिहारी के कन्या स्कूल में भ्रष्टाचार का आरोप: हेडमास्टर और ग्रामीणों के बीच गहराया विवाद, छात्रों का प्रदर्शन

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मोतिहारी: सुगौली थाना क्षेत्र के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कन्या स्कूल, मेहवा में इन दिनों माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। स्कूल के हेडमास्टर जयप्रकाश शुक्ला और ग्रामीणों व अभिभावकों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। स्थिति तब और बिगड़ गई जब 1 अप्रैल को छात्रों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और स्कूल परिसर में तोड़फोड़ की घटना सामने आई।

इस घटना के बाद हेडमास्टर जयप्रकाश शुक्ला ने 23 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसके विरोध में ग्रामीणों और छात्रों ने दोबारा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि एफआईआर में ऐसे लोगों के नाम भी दर्ज किए गए हैं, जो घटना के वक्त मौके पर मौजूद ही नहीं थे। ग्रामीणों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

छात्रों के गंभीर आरोप

छात्रों ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। आधार कार्ड सुधार के बावजूद वे योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। इतना ही नहीं, स्थानांतरण प्रमाण पत्र के लिए 1000 रुपए की मांग की जाती है, जो पूरी तरह से अवैध है। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि शैक्षणिक भ्रमण के लिए आई राशि का दुरुपयोग किया गया है।

विद्यालय प्रबंधन समिति ने भी उठाए सवाल

विद्यालय प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों ने भी कई अनियमितताओं की ओर इशारा किया है। मध्यान्ह भोजन योजना की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भोजन की व्यवस्था बेहद खराब है। इसके अलावा समिति के बिना हस्ताक्षर के फंड की निकासी की जा रही है। चारदीवारी निर्माण के लिए आई राशि का कोई उपयोग नहीं हुआ। वहीं, एक नाइट गार्ड की नियुक्ति बिना आम सभा की सहमति के की गई, जो वर्तमान में शराब तस्करी के आरोप में जेल में है।

शिक्षा व्यवस्था पर भी उठे सवाल

ग्रामीणों ने स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका आरोप है कि शिक्षक समय पर स्कूल नहीं आते और जब आते हैं, तो मोबाइल में व्यस्त रहते हैं। बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से उपेक्षित हो चुकी है, जिससे अभिभावकों में गहरा असंतोष है।

विरोध प्रदर्शन में भारी भीड़

प्रदर्शन में पंचायत समिति सदस्य राजेश्वर साहनी, रामप्रवेश सहनी, रामबालक सहनी, पूर्व उप मुखिया जंगबहादुर सहनी, मनोज सहनी, रानू सहनी, भोला सहनी, संजय साह, विवेक सहनी, मुना सहनी, संजय सहनी, अखिलेश सहनी समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

हेडमास्टर ने सभी आरोपों को बताया निराधार

वहीं, हेडमास्टर जयप्रकाश शुक्ला ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, “ग्रामीणों और छात्रों द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार और झूठे हैं। यह पूरी साजिश स्कूल प्रशासन को बदनाम करने की है।”

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पूरे मामले में क्या कदम उठाता है और क्या स्कूल में शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोई पहल होती है या नहीं। ग्रामीणों की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।