मोतिहारी में सीएम मोहन यादव का रोड शो और जनसभा – बोले, “बीजेपी सरकार में विकास रफ्तार पर, विपक्ष हवा हवाई बातों में उलझा”

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मोतिहारी, 9 नवंबर 2025 | रिपोर्टरिपब्लिक 7 भारत 

मोतिहारी :- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार के आखिरी दिन मोतिहारी में जबरदस्त चुनावी रौनक देखने को मिली। रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एनडीए उम्मीदवार प्रमोद गुप्ता के समर्थन में रोड शो किया और फिर नेहरू स्टेडियम में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए जनता से ‘कमल’ निशान पर बटन दबाने की अपील की।

मोहन यादव के आगमन से पहले ही नेहरू स्टेडियम में हजारों की संख्या में लोग जुट चुके थे। भाजपा के झंडे, बैनर और पोस्टरों से पूरा इलाका सजा था। लोगों में जोश इस कदर था कि जब सीएम मोहन यादव का काफिला रोड शो के दौरान गांधी चौक से गुजरा तो “मोदी-नीतीश जिंदाबाद” और “प्रमोद गुप्ता जीतेंगे” के नारे गूंज उठे।

मोदी-नीतीश की जोड़ी ने बिहार को दी नई दिशा

जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ने बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

उन्होंने कहा, “आज देश और बिहार दोनों तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। बिहार के हर जिले में सड़क, बिजली, शिक्षा और रोजगार की नई रोशनी पहुंची है। यह वही बिहार है जहां पहले अंधेरा, भय और भ्रष्टाचार का बोलबाला था, लेकिन एनडीए सरकार ने इसे बदलकर दिखाया है।”

किसानों और महिलाओं के लिए बड़ी सौगात

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा,

“पहले किसानों को ₹6,000 प्रति वर्ष पीएम किसान सम्मान निधि के तहत दिया जाता था, लेकिन अब इसे ₹9,000 कर दिया गया है। इससे देश के करोड़ों किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है।”

महिलाओं के सशक्तिकरण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,

“हमारी सरकार ने जीविका समूहों की बहनों को ₹10,000 की सहायता दी है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें, रोजगार शुरू कर सकें और अपने परिवार का भविष्य संवार सकें। विपक्ष इस योजना को हवा बना रहा है, लेकिन उन्हें पता नहीं कि यह तो शुरुआत है। अभी ₹10,000 दिया है, ₹2 लाख देना बाकी है। जब ₹2 लाख मिलेंगे, तब उनका क्या होगा?”

इस बयान पर जनता ने तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा मैदान गुंजा दिया।

विपक्ष पर तीखा प्रहार

सीएम मोहन यादव ने राजद और महागठबंधन पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष के पास न तो कोई नीति है, न नीयत।

उन्होंने कहा, “जो लोग अपने शासनकाल में बिहार को जंगलराज बना दिए थे, वे अब विकास की बात करते हैं। उन्हें जवाब जनता 11 नवंबर को वोट के जरिए देगी। महागठबंधन का काम सिर्फ झूठे वादे और जातीय राजनीति करना है, जबकि भाजपा सरकार जनता की सेवा और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।”

उन्होंने व्यंग्य भरे लहजे में कहा,

“विपक्ष आज भी बिहार को 90 के दशक के दौर में ले जाना चाहता है, जब बिजली नहीं थी, सड़कें टूटी थीं और अपराधी खुले घूमते थे। आज हर गांव में बिजली है, हर शहर में स्मार्ट सड़कें हैं और हर वर्ग के लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।”

प्रमोद गुप्ता को बताया जनता का सच्चा सेवक

मोहन यादव ने एनडीए प्रत्याशी प्रमोद गुप्ता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक जनसेवक हैं, जो हमेशा जनता के बीच रहते हैं।

उन्होंने कहा, “प्रमोद गुप्ता जैसे प्रत्याशी के हाथ मजबूत करना ही बिहार के विकास को आगे बढ़ाना है। वो सिर्फ राजनीति नहीं करते, बल्कि जनता की सेवा को अपन धर्म मानते हैं।”

उन्होंने जनता से अपील की, “अगर आप चाहते हैं कि बिहार में विकास की गाड़ी इसी रफ्तार से आगे बढ़ती रहे, तो कमल के निशान पर बटन दबाकर प्रमोद गुप्ता को भारी मतों से विजयी बनाएं।”

विकास बनाम वादों की लड़ाई

मोहन यादव ने कहा कि इस बार का चुनाव सिर्फ सत्ता का नहीं, बल्कि विकास बनाम वादों की लड़ाई है।

उन्होंने कहा, “एक तरफ भाजपा है जो काम करती है, विकास करती है, योजनाएं लागू करती है। दूसरी तरफ वो लोग हैं जो सिर्फ पोस्टर और बयानबाजी से राजनीति करना जानते हैं।”

जनता में दिखा जोश और उत्साह

जनसभा खत्म होने के बाद भी लोगों में जोश बना रहा। रोड शो के दौरान महिला मतदाताओं की बड़ी संख्या ने फूलों की वर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी “मोदी है तो मुमकिन है” के नारे लगाते दिखे।

मोतिहारी में रविवार का दिन पूरी तरह चुनावी रंग में रंगा नजर आया। एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशें पूरी तरह परवान पर दिखीं।

वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मोहन यादव का यह दौरा मोतिहारी सीट पर भाजपा उम्मीदवार प्रमोद गुप्ता के लिए ऊर्जा का काम कर सकता है।

निष्कर्ष:

प्रचार के अंतिम दिन मोहन यादव की यह जनसभा और रोड शो ने भाजपा खेमे में नया जोश भर दिया है। अब सबकी निगाहें 11 नवंबर को होने वाले मतदान पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि मोतिहारी में विकास की रफ्तार जारी रहेगी या विरोधी हवा हवाई वादों के साथ जनता का भरोसा जीत पाएंगे।