मोतिहारी में सोमवार को जिला शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। यह धरना जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) कार्यालय के बाहर आयोजित हुआ, जिसकी अगुवाई जिला अध्यक्ष सतीश सिंह ने की। इस दौरान बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
धरने में शामिल शिक्षकों ने कहा कि वे वर्षों से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल सरकार या शिक्षा विभाग की ओर से नहीं की गई है। शिक्षकों की प्रमुख मांग है कि नियोजन नियमावली 2020 के तहत 12 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों को टाइम बाउंड प्रमोशन का लाभ दिया जाए। इसके तहत बेसिक ग्रेड से स्नातक ग्रेड और स्नातक ग्रेड से प्रधान शिक्षक तक प्रमोशन की व्यवस्था की जानी चाहिए। 
धरना स्थल पर जिला शिक्षक संघ के अध्यक्ष सतीश सिंह ने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं। जब तक शिक्षक सम्मानित नहीं होंगे, तब तक शिक्षा व्यवस्था में सुधार संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों से काम तो लेती है, लेकिन उनके अधिकारों और हक की अनदेखी करती है।
“हमारी यह लड़ाई सिर्फ अपने लिए नहीं है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए है। समय पर प्रमोशन और वेतनमान न मिलने से शिक्षक हतोत्साहित हो रहे हैं।” – जिलाध्यक्ष
वहीं, प्रदेश अध्यक्ष ने भी धरना स्थल से अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों के साथ दोहरा रवैया अपना रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 2020 के नियम के मुताबिक समयबद्ध प्रमोशन मिलना शिक्षकों का वैधानिक अधिकार है, लेकिन सरकार टालमटोल कर रही है। 
“हमने कई बार ज्ञापन दिया, वार्ता की लेकिन परिणाम शून्य रहा। अब आंदोलन ही हमारा अंतिम रास्ता है।” – प्रदेश अध्यक्ष
धरने में शामिल अन्य शिक्षकों ने भी चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई, तो जिला से लेकर राज्य स्तर तक बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वे चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे।
धरना स्थल पर शिक्षकों ने कहा कि टाइम बाउंड प्रमोशन न मिलने से कई शिक्षक वर्षों से एक ही पद पर जमे हुए हैं। इससे न केवल शिक्षकों का मनोबल गिर रहा है, बल्कि नई पीढ़ी के लिए शिक्षा व्यवस्था पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा है।
धरने के दौरान शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग को आगाह किया कि जल्द से जल्द नियोजन नियमावली 2020 का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, लंबित प्रमोशन की प्रक्रिया को पूरा कर शिक्षकों को उनका हक दिया जाए।
धरना समाप्त होने के बाद शिक्षक संघ ने DEO कार्यालय के माध्यम से राज्य सरकार को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा।
धरने में जिले के विभिन्न प्रखंडों से बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल हुए। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
निष्कर्ष
मोतिहारी में जिला शिक्षक संघ का यह धरना इस बात का संकेत है कि अब शिक्षक अपने अधिकारों की लड़ाई को लेकर सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। उनकी मांगें साफ और वैधानिक हैं, जिन्हें सरकार को गंभीरता से लेना होगा। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन और तेज हो सकता है।








