चुनाव से पहले कुख्यात अपराधी कमरुद्दीन मियां के यहां छापामारी, हथियारों का जखीरा बरामद

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मोतिहारी, संवाददाता।

बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ते ही पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। इसी क्रम में शुक्रवार की  शाम कुख्यात अपराधी सह मुरारपुर पंचायत के मुखिया पति कमरुद्दीन मियां के घर पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। इस छापामारी में हथियारों का भारी जखीरा, कई लक्जरी वाहन और संदिग्ध दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई ने न केवल इलाके में सनसनी फैला दी, बल्कि अपराधियों और उनके राजनीतिक संरक्षकों को भी हिला दिया है।

सात थानों की संयुक्त टीम ने दी दबिश

इस छापामारी अभियान का नेतृत्व मोतिहारी SP  स्वर्ण प्रभात एसडीपीओ-1, एसडीपीओ-2 और साइबर डीएसपी ने किया। इनके साथ सात थानों की पुलिस टीम ने देर रात कमरुद्दीन मियां के आलीशान मकान को चारों ओर से घेर लिया। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस छापामारी में पुलिस को सफलता हाथ लगी और भारी मात्रा में हथियार व 100  गोली बरामद हुए।

मोतीहारी एसपी के नेतृत्व में सात थानो कि टीम ने कि संयुक्त छापेमारी
मोतीहारी एसपी के नेतृत्व में सात थानो कि टीम ने कि संयुक्त छापेमारी

हथियारों का बड़ा जखीरा मिला

पुलिस ने मौके से जिन हथियारों को बरामद किया है, उनमें कार्बाइन, ऑटोमैटिक पिस्टल, राइफल, बड़ी संख्या में कारतूस और मैगजीन शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि बरामद हथियारों की सप्लाई चुनाव में गड़बड़ी फैलाने और विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए की जानी थी। बरामद हथियारों की जांच फॉरेंसिक और बैलेस्टिक विशेषज्ञों से कराई जाएगी।

मुखिया पत्नी भी हिरासत में

इस पूरे मामले में पुलिस ने कमरुद्दीन मियां की पत्नी, जो स्थानीय पंचायत की मुखिया है, को भी हिरासत में लिया है। सूत्रों का कहना है कि मुखिया होने के नाते पत्नी के नाम से कई संदिग्ध लेन-देन और संपत्ति दर्ज हैं। पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही है और शक जताया जा रहा है कि इन हथियारों और गाड़ियों की खरीद-फरोख्त में उनकी भूमिका हो सकती है।

सात गाड़ियां जप्त, थार और SUV भी शामिल

छापामारी के दौरान पुलिस ने सात गाड़ियां जप्त कीं, जिनमें एक महिंद्रा थार और कई लक्जरी SUV शामिल हैं। जप्त गाड़ियों की अनुमानित कीमत करीब दो करोड़ रुपए बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि ये वाहन अपराध और अवैध वसूली के पैसों से खरीदे गए हैं। सभी गाड़ियों के कागजात खंगाले जा रहे हैं और यह भी जांच हो रही है कि इनका इस्तेमाल अपराधी घटनाओं में तो नहीं हुआ।

आलीशान मकान पर भी कार्रवाई की तैयारी

कमरुद्दीन मियां का आलीशान मकान इलाके में लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है। छापामारी के बाद प्रशासन ने मकान को भी जप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मकान की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अपराध और आतंक से कमरुद्दीन मियां ने न केवल खुद को मजबूत किया, बल्कि राजनैतिक संरक्षण के बल पर आलीशान संपत्ति खड़ी की।

चुनाव से पहले बड़ा मैसेज

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई चुनाव से पहले अपराधियों और उनके संरक्षकों के लिए एक सख्त संदेश है। चुनाव आयोग की सख्त निगरानी में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है ताकि किसी भी तरह की अराजकता और हिंसा की कोशिश को विफल किया जा सके।

मोतिहारी SP ने मीडिया से बातचीत में कहा,

यह छापामारी गुप्त सूचना पर आधारित थी। हमें भारी मात्रा में हथियार, गाड़ियां और आपत्तिजनक सामान मिले हैं। मामले की गहन जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा, उसे किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”

इलाके में दहशत और राहत

इस कार्रवाई से जहां अपराधी गिरोहों में हड़कंप मच गया है, वहीं आम लोगों ने राहत की सांस ली है। ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से इलाके में कमरुद्दीन मियां और उसके गुर्गों का आतंक था। चुनाव के समय लोग खासकर डर के साये में जीते थे। अब पुलिस की इस सख्त कार्रवाई के बाद उन्हें उम्मीद जगी है कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से होगा।

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने बरामद हथियारों और गाड़ियों को जब्त कर लिया है। मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और कमरुद्दीन मियां के नेटवर्क की भी पड़ताल की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इन हथियारों की सप्लाई किन रास्तों से हुई और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।