बिहार में भ्रष्टाचार पर निगरानी की बड़ी कार्रवाई, CO और SI रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

134

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की लगातार सख्त कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को विभाग की विशेष टीम ने दो बड़े अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। इनमें बेगूसराय जिले के डंडारी अंचल अधिकारी (CO) राजीव कुमार और मधेपुरा जिले के मिठाही पुलिस शिविर प्रभारी (SI) मितेंद्र प्रसाद मंडल शामिल हैं। दोनों पर सरकारी कार्यों के एवज में आम नागरिकों से अवैध पैसे की मांग करने का आरोप था।

बेगूसराय में अंचल अधिकारी की गिरफ्तारी

जानकारी के अनुसार, बेगूसराय जिले के डंडारी अंचल कार्यालय में तैनात अंचल अधिकारी राजीव कुमार के खिलाफ स्थानीय निवासी विनय कुमार चौरसिया ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत संख्या 625/825 के तहत दिए गए आवेदन में आरोप लगाया गया कि राजीव कुमार सरकारी कार्य निष्पादन के बदले दो लाख रुपये रिश्वत मांग रहे हैं।

शिकायत की जांच और सत्यापन के बाद निगरानी विभाग की विशेष टीम ने जाल बिछाया। मंगलवार को अंचल कार्यालय में ही छापेमारी कर राजीव कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। इस कार्रवाई के दौरान विभाग ने उनके दो सहयोगी डाटा ऑपरेटर कर्मियों को भी हिरासत में लिया है, जिन पर मामले में सहयोग का आरोप है।

मधेपुरा में पुलिस शिविर प्रभारी पकड़े गए

इसी दिन दूसरी कार्रवाई मधेपुरा जिले में हुई, जहां मिठाही पुलिस शिविर प्रभारी मितेंद्र प्रसाद मंडल (SI) को निगरानी विभाग ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि वे थाना क्षेत्र में होने वाले कार्यों और स्थानीय विवाद निपटाने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे थे। विभाग की टीम ने शिकायत प्राप्त होने के बाद यहां भी योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की और उन्हें रंगेहाथ पकड़ लिया।

जांच और आगे की कार्रवाई

निगरानी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दोनों मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और गिरफ्तार अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही उनके सहयोगियों और अन्य संबंधित व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच हो रही है। विभाग का कहना है कि पूरे प्रकरण की गहन जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह नेटवर्क और बड़ा तो नहीं है।

भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख

बिहार में भ्रष्टाचार लंबे समय से एक गंभीर समस्या बनी हुई है। आम नागरिकों को अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी सरकारी कार्यालयों और थानों में रिश्वत का सामना करना पड़ता है। ऐसे में निगरानी विभाग की ये हालिया कार्रवाई जनता के बीच उम्मीद की किरण जगाती है। अधिकारियों ने साफ संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में भी भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर सख्त कार्रवाई होगी।

संदेश साफ है

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई होने से सरकारी सिस्टम पर लोगों का विश्वास बढ़ेगा। वहीं, ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारियों को भी इससे बल मिलेगा। निगरानी विभाग का यह अभियान उन भ्रष्ट अधिकारियों के लिए बड़ा सबक है, जो सरकारी सेवा को निजी लाभ का साधन बना लेते हैं।