मोतिहारी। जिला मुख्यालय के कोटवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-27) पर मंगलवार की सुबह एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। जयपुर से मोतिहारी आ रही एक यात्री बस अचानक पलट गई, जिसमें करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल एंबुलेंस की मदद से मोतिहारी सदर अस्पताल और आसपास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हादसे की सूचना मिलते ही कोटवा थाना पुलिस, सदर एसडीओ और डीएसपी मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू कराया। पुलिस ने तत्काल एनएच-27 पर आवागमन रोकते हुए बचाव दल को काम पर लगाया। दुर्घटनाग्रस्त बस में कई यात्री फंसे हुए थे, जिन्हें बाहर निकालने के लिए JCB मशीन की मदद ली गई। पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास से सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। गंभीर रूप से घायल कुछ यात्रियों को बेहतर इलाज के लिए मोतिहारी रेफर किया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस काफी तेज रफ्तार में थी। अचानक ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया और देखते-ही-देखते बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। महिलाएं और बच्चे जोर-जोर से चीखने-चिल्लाने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर दौड़ पड़े और पुलिस की मदद से राहत-बचाव कार्य में हाथ बंटाया।
इस हादसे के कारण एनएच-27 पर कुछ देर के लिए जाम की स्थिति भी बन गई। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बस को सड़क से हटवाया और यातायात बहाल कराया। फिलहाल मौके पर बचाव कार्य जारी है और पुलिस दुर्घटना के कारणों की गहन जांच कर रही है।
इस बीच, मोतिहारी सदर अस्पताल में घायलों का इलाज कर रहीं डॉक्टर रेशमी ने बताया कि हादसे में घायल दो गर्भवती महिलाओं की स्थिति पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि दोनों महिलाओं को पेट पर कोई गंभीर चोट नहीं लगी है और बच्चों पर भी कोई खतरा नहीं है। सिर्फ एक महिला के पैर के अंगूठे में चोट आई है, जबकि दूसरी को हल्की-फुल्की चोटें आई हैं। डॉक्टर ने स्पष्ट किया कि दोनों महिलाओं को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया और उनकी स्थिति सामान्य है।
इधर, अस्पताल में भर्ती अन्य घायलों का भी इलाज चल रहा है। कई घायलों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, जबकि कुछ गंभीर मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा के लिए रेफर किया गया है। अस्पताल परिसर में घायलों के परिजनों की भीड़ उमड़ पड़ी है, जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
हादसे के बाद यात्रियों ने परिवहन विभाग और बस मालिक पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना था कि चालक लगातार तेज गति से बस चला रहा था, जिस पर यात्रियों ने कई बार आपत्ति भी जताई थी। बावजूद इसके उसने गाड़ी की रफ्तार धीमी नहीं की और अंततः यह बड़ा हादसा हो गया।
फिलहाल पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है और चालक की भूमिका की जांच कर रही है। प्रशासन ने कहा है कि हादसे के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों और स्थानीय लोगों की मांग है कि सरकार और परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा के सख्त नियम बनाए और उनका पालन सुनिश्चित करे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों।








