पहाड़पुर प्रखंड मुख्यालय में आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यालय का हुआ उद्घाटन

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मोतिहारीपहाड़पुर प्रखंड मुख्यालय स्थित उच्च विद्यालय परिसर में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) की एक भव्य संगठनात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और संगठन की मजबूती पर गहन मंथन किया। बैठक की अध्यक्षता गोविंदगंज विधानसभा प्रभारी सुधीर सिंह उर्फ गोलू सिंह ने की।

कार्यालय उद्घाटन से हुई शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत जिले के शीर्ष नेतृत्व द्वारा कार्यालय उद्घाटन से हुई। जिलाध्यक्ष सुनील कुमार कुशवाहा , मुख्य अतिथि उमेश सिंह कुशवाहा और प्रभारी सुधीर सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारों और तालियों से माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया।

संगठन की मजबूती पर जोर

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पार्टी की असली ताकत उसका समर्पित कार्यकर्ता है। सुधीर सिंह ने संबोधन में कहा –

यह समय केवल तैयारी का नहीं, बल्कि मिशन 2025 को सफल बनाने का है। हमें गांव-गांव, पंचायत-पंचायत तक जाकर पार्टी की नीतियों को पहुंचाना होगा। जनता परिवर्तन चाहती है और हमें उस भरोसे पर खरा उतरना है।”

कार्यकर्ताओं का जोश

बैठक में कई नए चेहरे भी पार्टी से जुड़े। कार्यकर्ताओं ने नारों और गीतों के जरिए पार्टी की एकजुटता और संकल्प का प्रदर्शन किया।

जिलाध्यक्ष का संदेश

जिलाध्यक्ष सुनील कुमार कुशवाहा ने कहा कि आम आदमी पार्टी का मकसद केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि राजनीति में स्वच्छता लाना है। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन पार्टी का मूल मंत्र है।

मुख्य अतिथि का संबोधन

मुख्य अतिथि उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे खुद को पार्टी का चेहरा मानकर जनता के बीच जाएँ और विशेषकर युवाओं व किसानों से सीधा संवाद स्थापित करें।

आगामी रणनीति

बैठक में निर्णय लिया गया कि पंचायत और बूथ स्तर पर विशेष बैठकों का आयोजन किया जाएगा। महिला कार्यकर्ताओं को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाएंगी ताकि समाज के हर वर्ग तक पार्टी का संदेश पहुँच सके

राजनीतिक महत्व

इस संगठनात्मक बैठक ने साफ संकेत दे दिया कि आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में पूरे दमखम से उतरने जा रही है। कार्यकर्ताओं का बढ़ता उत्साह और जनता का समर्थन परंपरागत राजनीतिक दलों के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकता है।