मोतिहारी में दोस्ती हुई शर्मसार: व्यापारी का अपहरण कर 15 चाकू मारकर हत्या, शव मुजफ्फरपुर में फेंका

199

मोतिहारी जिले में दोस्ती के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाली वारदात सामने आई है। चकिया थाना क्षेत्र के वृंदावन परसौनी गांव निवासी व्यापारी नीरज कुमार का अपहरण कर उसके गले और चेहरे पर 15 से अधिक बार चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र में सड़क किनारे फेंक दिया गया। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

रविवार से था लापता, सोमवार को मिला शव                                                जानकारी के अनुसार, नीरज कुमार रविवार को सैनिक कैंटीन के पास अपनी दुकान पर मौजूद था। इसी दौरान मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र के चीउटा गांव निवासी शुभम कुमार एक अज्ञात व्यक्ति के साथ बाइक से आया और बकाया पैसे देने के बहाने नीरज को बाइक पर बैठाकर ले गया। इसके बाद से नीरज लापता हो गया।        

सोमवार की देर शाम उसका शव पारू थाना क्षेत्र में सड़क किनारे पड़ा मिला। गले और चेहरे पर चाकू के गहरे घाव साफ संकेत दे रहे थे कि हत्या बेहद बेरहमी से की गई।

फिरौती की मांग और धमकी

मृतक के पिता अशर्फी साह ने बताया कि बेटे के गायब होने के बाद शुभम ने उनकी बहू के मोबाइल पर कॉल किया और दो लाख रुपये फिरौती की मांग की। रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद परिजनों ने तुरंत चकिया थाने में पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

शिकायत मिलते ही मोतिहारी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी शुभम को गिरफ्तार कर लिया। शुभम की निशानदेही पर पुलिस ने पारू से नीरज का शव बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने मुकेश साह, शोभा देवी, रामेश्वर साह समेत छह आरोपियों को हिरासत में ले लिया।

साइबर ठगी के पैसे का विवाद बना वजह

जांच में खुलासा हुआ कि शुभम एक साइबर ठग गिरोह का संचालन करता है और उसका ननिहाल नीरज के गांव में है। इस पहचान का फायदा उठाकर वह नीरज के अकाउंट में साइबर ठगी से कमाए पैसे मंगवाता था। इन्हीं पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ और नीरज की बेरहमी से हत्या कर दी गई।

डीएसपी का बयान

चकिया डीएसपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या, अपहरण और रंगदारी की धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस वारदात ने एक बार फिर भरोसे और दोस्ती की नींव को हिला कर रख दिया है, जहां मामूली पैसों के विवाद में एक जान ले ली गई।

यह घटना न केवल अपराध की残忍ता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि साइबर अपराध किस तरह आपराधिक वारदातों में तब्दील हो सकता है। पुलिस फिलहाल मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य संभावित