मेहसी थाना क्षेत्र में एनएच 27 से 18 चक्का ट्रक से 999 लीटर विदेशी शराब बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार

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पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी थाना अंतर्गत रविवार की रात एक बड़ी कार्रवाई में पुलिस ने अवैध शराब तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। एनएच 27 पर चलाए गए विशेष जांच अभियान के दौरान एक 18 चक्का भारी वाहन, ट्रक संख्या PB11CL7970, से 999 लीटर विदेशी शराब जब्त की गई। इस मामले में पुलिस ने ट्रक चालक और खलासी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई, जिसमें गुप्त सूचना के आधार पर एनएच 27 पर चेकिंग की जा रही थी। ट्रक के कागजातों की जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ और वाहन की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान ट्रक में छिपाकर रखे गए दर्जनों कार्टन बरामद हुए, जिनमें महंगे ब्रांड की विदेशी शराब भरी हुई थी। कुल 999 लीटर विदेशी शराब की बरामदगी से पुलिस को अनुमान है कि यह शराब बड़ी मात्रा में बिक्री हेतु राज्य में तस्करी की जा रही थी।

पूछताछ के दौरान गिरफ्तार चालक की पहचान हरप्रीत सिंह, निवासी मोगा जिला, पंजाब और खलासी की पहचान गुरप्रीत सिंह, निवासी फतेहगढ़ साहिब, पंजाब के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि बरामद की गई शराब पंजाब से बिहार लाई जा रही थी, जिसे राज्य में अवैध रूप से खपाने की योजना थी। बिहार में शराबबंदी के बावजूद लगातार सक्रिय माफियाओं द्वारा ऐसे प्रयास जारी हैं, जिन्हें रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शराब की डिलीवरी बिहार के ही किसी माफिया को दी जानी थी। माफिया की पहचान कर ली गई है, लेकिन सुरक्षा कारणों से अभी उसका नाम उजागर नहीं किया गया है। संबंधित माफिया की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित कर छापेमारी शुरू कर दी गई है।

मेहसी थाना प्रभारी ने बताया कि बरामद शराब की बाजार में कीमत लाखों में आँकी जा रही है। बिहार में शराबबंदी के चलते शराब तस्करी का यह एक बड़ा प्रयास था, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया गया। गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। मामले में आबकारी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है और ट्रक को जब्त कर लिया गया है।

पंजाब से बिहार शराब तस्करी का यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि शराब माफिया अब interstate नेटवर्क का सहारा ले रहे हैं। ट्रक चालकों को मोटी रकम का लालच देकर इस अवैध कारोबार में झोंका जा रहा है। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से ऐसे मामलों पर अंकुश लगाना संभव हो पा रहा है।

जिले में शराब माफिया के खिलाफ लगातार अभियान जारी है। पुलिस आम जनता से भी अपील कर रही है कि शराब तस्करी या बिक्री की किसी भी सूचना को तुरंत पुलिस तक पहुँचाएं। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, जिससे आशंका है कि वे पहली बार इस गिरोह का हिस्सा बने थे या फिर बड़े गिरोह द्वारा सिर्फ ट्रांसपोर्टिंग के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे।

फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर पूरे नेटवर्क की तह तक पहुँचने की कोशिश में है। इस बीच जिले के कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है।

निष्कर्ष: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद माफिया शराब तस्करी से बाज नहीं आ रहे हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन की सतर्कता और कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि किसी भी कीमत पर कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मेहसी थाना पुलिस की इस कार्रवाई को स्थानीय लोगों ने सराहा है और प्रशासन से ऐसे अभियानों को और तेज़ करने की माँग की है।