मोतिहारी, 13 अप्रैल 2025 —राजा बाजार स्थित ऐतिहासिक गांधी ऑडिटोरियम आज विश्वकर्मा समाज की गरिमामयी उपस्थिति से गूंज उठा, जब जिले समेत आसपास के जिलों से भारी संख्या में समाज के प्रतिष्ठित सदस्य यहां एकत्रित हुए। कार्यक्रम का आयोजन विश्वकर्मा समाज के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं संगठनात्मक मजबूती को लेकर किया गया था, जिसमें समाज के उत्थान, एकता और आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शन जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष छेदी लाल शर्मा ने समाज को आत्मनिर्भर, संगठित और शिक्षित बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमारी विरासत सिर्फ औजारों की नहीं, बल्कि ज्ञान, शिल्प और संस्कारों की भी है। अब समय है कि हम आधुनिकता के साथ अपनी परंपराओं को भी आगे बढ़ाएं।”
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा और बिहार विधान परिषद के सदस्य जीवन कुमार सोनी की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया। दोनों अतिथियों ने समाज के सशक्तिकरण में अपनी पूरी सहयोग देने का आश्वासन दिया और समाज की भूमिका को राष्ट्रनिर्माण में अनिवार्य बताया।
कार्यक्रम में पूर्वी चंपारण स्वर्णकार संघ के विभिन्न पदाधिकारीगण भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
जिलाध्यक्ष – धर्मेंद्र स्वर्णकार महामंत्री – सुधीर गुप्ता उपाध्यक्ष – दीपक सर्राफ, धीरज सर्राफ सचिव – राजेश कुमार कोषाध्यक्ष – संजय सर्राफ कार्यक्रम संयोजक – अरविंद सर्राफ सह सचिव – राजीव कुमार राजू, अर्जुन कुमार उर्फ मन्नू संगठन मंत्री – सूरज सर्राफ, रंजन कुमार सोनी सह कोषाध्यक्ष – नीलेश रंजन अन्य प्रमुख सदस्य – पवन सर्राफ, दिलीप सर्राफ, दीपेंद्र सर्राफ, प्रदीप सर्राफ
संरक्षक मंडल की ओर से लक्ष्मी प्रसाद, रामबाबू प्रसाद, जितेन्द्र कु ज्वैलर्स, पशुपतिनाथ प्रसाद, चंद्रशेखर प्रसाद ‘तामन जी’, दीपक स्वर्णकार जैसे वरिष्ठजनों ने भी सभा को संबोधित किया। अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा की जिला इकाई की ओर से भी अनेक प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें प्रमुख थे: जिलाध्यक्ष – इंद्रदेव ठाकुर,उपाध्यक्ष – हजारी शर्मा
सदस्यगण – डॉ. अखिलेश शर्मा, पारस विश्वकर्मा, गौरीशंकर शर्मा, राजेश्वर शर्मा, रामचंद्र शर्मा, कमलेश्वर प्रसाद
,प्रोफेसरगण – प्रो. नारायण प्रसाद, विकास शर्मा, श्याम बदन विश्वकर्मा, प्रो. अमिताभ ज्ञान रंजन, प्रो. डॉ. अरविंद कुमार शर्मा वरिष्ठ सदस्य – रमाकांत शर्मा
बैठक के दौरान वक्ताओं ने शिक्षा, स्वरोजगार, राजनीति में भागीदारी, एवं युवा वर्ग की सक्रियता जैसे विषयों पर जोर दिया। सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार करते हुए, समाज को संगठित होकर एक आवाज़ में बोलने की अपील की गई।
इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि इसमें पूर्वी चंपारण के साथ-साथ पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा और मुजफ्फरपुर से भी समाज के गणमान्य लोग भारी संख्या में उपस्थित हुए, जिससे यह साफ जाहिर हुआ कि विश्वकर्मा समाज अब एकजुट होकर अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग है।
समारोह का संचालन अत्यंत व्यवस्थित एवं प्रेरणादायक ढंग से किया गया, जिससे उपस्थितजनों में आत्मगौरव और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना जागृत हुई।
निष्कर्षत: यह बैठक केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के नवचेतना का प्रतीक बनकर उभरी, जो आने वाले समय में विश्वकर्मा समाज को एक नई दिशा और ऊंचाई देने का कार









