मोतिहारी– पूर्वी चंपारण समाहरणालय स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद सभागार में प्रधानमंत्री आवास योजना (प्लस टू) के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला के प्रखंड विकास पदाधिकारी, आवास पर्यवेक्षक, आवास सहायक एवं पंचायत रोजगार सेवकों को सर्वे कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे उप विकास आयुक्त ने स्पष्ट किया कि जहां भी सर्वे कार्य की प्रगति धीमी होगी, वहां संबंधित सर्वेयर के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत पात्र लाभुकों का चयन निर्धारित मानकों के अनुसार किया जाना चाहिए और उनका फोटो संबंधित पोर्टल पर अपलोड किया जाना अनिवार्य है।
सर्वे कार्य में तेजी लाने के निर्देश
उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिले में आवास सर्वे लगातार जारी है, लेकिन इसमें और तेजी लाने की जरूरत है। उन्होंने सभी सर्वेयर को निर्देश दिया कि वे निर्धारित गाइडलाइन का पालन करते हुए पूरी निष्ठा और तत्परता से कार्य करें। साथ ही, सर्वे के फोटो प्रतिदिन पोर्टल पर अपलोड किए जाएं।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक सर्वेयर को यह प्रमाणित करना होगा कि उनके क्षेत्र में कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित नहीं है। यदि इसके बावजूद भी किसी पात्र लाभुक के छूटने की शिकायत मिलती है, तो संबंधित सर्वेयर पर कार्रवाई की जाएगी। विशेष रूप से महादलित टोलों में सर्वे का कार्य प्राथमिकता से करने का निर्देश दिया गया।
31 मार्च अंतिम तिथि, समय से पहले पूर्ण करने का लक्ष्य
बैठक में बताया गया कि सर्वे कार्य की अंतिम तिथि 31 मार्च निर्धारित की गई है, लेकिन किसी को भी अंतिम तिथि का इंतजार नहीं करना चाहिए। सभी सर्वेयर को निर्देश दिया गया कि वे इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करें, ताकि किसी भी पात्र परिवार को योजना का लाभ मिल सके।
बैठक में यह भी बताया गया कि जिन सर्वेयरों के विरुद्ध शिकायतें प्राप्त हुई हैं, उनसे स्पष्टीकरण लिया गया है। साक्ष्यों के आधार पर तीन सर्वेयरों को चयन मुक्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
सर्वेक्षण की वर्तमान स्थिति
अभी तक जिले में कुल 73,405 सर्वेक्षण पूरे किए जा चुके हैं। सर्वाधिक सर्वेक्षण हरसिद्धि प्रखंड में 5,980 और सबसे कम पिपरा कोठी प्रखंड में 675 हुए हैं। अनुसूचित जाति/जनजाति टोलों में आदापुर, अरेराज, छौरादानो और केसरिया प्रखंडों में सर्वे कार्य की गति अपेक्षाकृत धीमी रही, जिस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।
सेल्फ सर्वे के माध्यम से 10,598 और असिस्टेड सर्वे के तहत 62,807 सर्वे पूर्ण किए गए हैं। इस तरह अब तक कुल 73,405 सर्वे पूरे किए जा चुके हैं।
सर्वे कार्य की कड़ी निगरानी
बैठक में निर्देश दिया गया कि संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी नियमित रूप से सर्वे कार्य की निगरानी करें। लाभुकों को भी स्वयं सर्वे करने और पोर्टल पर अपलोड करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
बैठक में उप विकास आयुक्त के साथ डीआरडीए निदेशक एवं डीपीओ, मनरेगा, पूर्वी चंपारण भी उपस्थित थे।








