कार्यशाला में विद्यालय के 180 शिक्षकों ने भाग लिया और NEP के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनके महत्व को जानने का अवसर प्राप्त किया। नाट्य प्रस्तुति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से यह बताया गया कि शिक्षा को मनोरंजक और प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधन के स्वर्णिम श्रीवास्तव ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से शिक्षकों में नई शिक्षा नीति को समझने और उसे बेहतर ढंग से लागू करने की जागरूकता बढ़ती है।
कार्यक्रम में विभिन्न ब्रांच के शिक्षकों जैसे मुकेश कुमार, राजेश कुमार, दीपक कुमार, संजय वर्मा, अन्नू श्रीवास्तव, निधि, शिप्रा, तनुजा कुमारी और दिव्या ने अपनी उपस्थिति से इसे सफल बनाया।
यह कार्यशाला शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने और NEP के उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।