पूर्वी चंपारण में फाइलेरिया उन्मूलन की बड़ी पहल: सभी 27 प्रखंडों में नाइट ब्लड सर्वे, स्वास्थ्यकर्मियों को दिया गया विशेष प्रशिक्षण

24

मोतिहारी, 12 दिसम्बर 2025।

फाइलेरिया जैसी गंभीर और अपंगता पैदा करने वाली बीमारी के नियंत्रण और उन्मूलन की दिशा में पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जिले के सभी 27 प्रखंडों में फाइलेरिया के प्रसार दर का पता लगाने के उद्देश्य से नाइट ब्लड सर्वे का आयोजन किया जा रहा है। इस सर्वे को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए सदर अस्पताल मोतिहारी स्थित जीएनएम कॉलेज में स्वास्थ्यकर्मियों का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यह प्रशिक्षण डीभीबीडीसीओ (डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर) डॉ. शरत चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में लैब टेक्नीशियन (एलटी), सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), जीएनएम, आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य फाइलेरिया के छिपे हुए मामलों की पहचान के लिए सही तरीके से रक्त नमूना संग्रह, स्लाइड तैयार करने, जांच प्रक्रिया, रख-रखाव एवं स्वच्छता से संबंधित तकनीकी जानकारी देना था।

डॉ. शरत चंद्र शर्मा ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे 12 और 13 दिसम्बर को जिलेभर में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया के परजीवी रात के समय रक्त में अधिक सक्रिय रहते हैं, इसलिए जांच के लिए लोगों का रक्त नमूना रात 8:30 बजे के बाद और 12 बजे से पहले लिया जाएगा। इसी कारण इस सर्वे को ‘नाइट ब्लड सर्वे’ कहा जाता है। प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित लैब टेक्नीशियनों को यह भी बताया गया कि किस प्रकार स्लाइड बनाई जाए, उन्हें सुरक्षित कैसे रखा जाए और जांच में स्वच्छता के सभी मानकों का पालन कैसे किया जाए, ताकि जांच रिपोर्ट पूरी तरह सटीक हो।

न्होंने यह भी कहा कि फाइलेरिया एक मूक बीमारी है, जो शुरुआती अवस्था में बिना किसी स्पष्ट लक्षण के शरीर में पनपती रहती है। बाद में यही बीमारी हाथीपाँव जैसी गंभीर समस्या का रूप ले लेती है, जिससे व्यक्ति का जीवन अपंगता के समान हो जाता है। इसलिए समय रहते इसके परजीवी की पहचान और रोकथाम अत्यंत आवश्यक है।

इस नाइट ब्लड सर्वे को सफल बनाने के लिए जमीनी स्तर पर भी व्यापक तैयारी की जा रही है। आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविकाएं, रोगी हितधारक मंच के सदस्य एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी गांव-गांव जाकर लोगों को नाइट ब्लड सर्वे में शामिल होने के लिए जागरूक कर रहे हैं। लोगों को यह समझाया जा रहा है कि यह जांच पूरी तरह सुरक्षित है और इससे बीमारी की पहचान कर समय रहते बचाव संभव है। इस जनजागरूकता अभियान में जनप्रतिनिधि और स्कूल शिक्षक भी सक्रिय रूप से सहयोग करेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़ सकें।

भीडीसीओ सत्य नारायण उरांव और धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में कुल 28 इकाइयों पर नाइट ब्लड सर्वे कराया जाएगा। इन इकाइयों का चयन रैंडम और सेंटिनल साइट के रूप में किया गया है। प्रत्येक साइट पर कम से कम 300 लोगों का रक्त नमूना लिया जाएगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से जिले में फाइलेरिया के वास्तविक प्रसार दर का आकलन किया जाएगा, जिससे आगे की रणनीति और अधिक प्रभावी ढंग से बनाई जा सके।

इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव ने कहा कि फाइलेरिया जैसी बीमारी पर रोक लगाने के लिए सबसे जरूरी हथियार जागरूकता है। उन्होंने कहा कि जब तक लोग स्वयं जांच और दवा सेवन को लेकर गंभीर नहीं होंगे, तब तक इस बीमारी को जड़ से खत्म करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया का पूर्ण इलाज संभव नहीं है, लेकिन समय पर जांच, दवा सेवन और रोकथाम के उपायों से इसे नियंत्रित जरूर किया जा सकता है।

डॉ. श्रीवास्तव ने यह भी जानकारी दी कि आगामी 10 फरवरी से जिले में सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस अभियान के तहत फाइलेरिया से बचाव के लिए निर्धारित दवाएं सभी पात्र लोगों को खिलाई जाएंगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नाइट ब्लड सर्वे और दवा सेवन अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें।

 

कार्यक्रम के दौरान मौके पर भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार, सत्य नारायण उरांव, राकेश कुमार, गौतम कुमार, सीफार के सिद्धांत कुमार, चंद्रभानु सिंह, पिरामल से धीरेन्द्र कुमार, पप्पू कुमार, धीरज कुमार सहित बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में फाइलेरिया उन्मूलन के इस अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।

कुल मिलाकर, पूर्वी चंपारण जिले में आयोजित हो रहा यह नाइट ब्लड सर्वे फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में एक मजबूत और निर्णायक कदम माना जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की यह पहल न केवल बीमारी की पहचान में सहायक होगी, बल्कि आने वाले समय में जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने की नींव भी मजबूत करेगी।