मोतिहारी कोटवा में भीषण सड़क हादसा: NH-27 जाम, आक्रोशित भीड़ ने एनएचएआई की गाड़ी फूंकी

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मोतिहारी। जिले के कोटवा थाना क्षेत्र में रविवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब राष्ट्रीय राजमार्ग-27 (NH-27) पर दीपाऊ मोड़ के पास एक अनियंत्रित ट्रक ने ऑटो और कई मोटरसाइकिलों को बेरहमी से रौंद दिया। देखते ही देखते दिल दहला देने वाले इस हादसे में पाँच लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की भयावहता इतनी थी कि मौके पर मौजूद लोग चीख-पुकार करते रह गए और सड़क पर चारों ओर दौड़ती-भागती भीड़ का माहौल बन गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक मुज़फ़्फरपुर की ओर से तेज रफ्तार में आ रहा था। जैसे ही वह दीपाऊ मोड़ के पास पहुंचा, अचानक चालक का वाहन से नियंत्रण हट गया और ट्रक अनियंत्रित होकर सामने चल रहे ऑटो में जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद ट्रक ने सड़क किनारे खड़े और चल रहे कई बाइक सवारों को भी अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो पूरी तरह पिचक गया और दो मोटरसाइकिलें सड़क पर दूर तक घिसटती हुई चली गईं।

हादसे के बाद कोटवा थाना पुलिस और स्थानीय लोग तुरंत घायलों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सदर अस्पताल मोतिहारी रेफर करने में जुट गए। जिन पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है, जबकि कई गंभीर घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना भेजे जाने की तैयारी की जा रही है।

स्थानीय लोगों का फूटा गुस्सा, NH-27 घंटों जाम

हादसे की सूचना फैलते ही आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए। हादसे की गंभीरता और लगातार हो रहे सड़क दुर्घटनाओं से नाराज़ भीड़ उग्र हो उठी। आक्रोशित लोगों ने NH-27 को जाम कर दिया, जिसके कारण राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम के बीच भीड़ ने एनएचएआई की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। कुछ लोगों ने घटनास्थल पर मौजूद पुलिस टीम से भी बहस की और सड़क सुरक्षा की लगातार अनदेखी पर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

स्थानीय लोगों का कहना था कि दीपाऊ मोड़ काफी व्यस्त इलाका है, लेकिन यहाँ स्पीड कंट्रोल, पुलिस पेट्रोलिंग और ट्रैफिक निगरानी की भारी कमी है। कई लोगों ने आरोप लगाया कि रोजाना तेज रफ्तार वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं और कई बार शिकायतों के बावजूद किसी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं की जाती।

प्रशासन हरकत में, भारी पुलिस बल तैनात

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोटवा, चकिया, और मोतिहारी से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। अधिकारियों ने लोगों को शांत कराने की कोशिश की और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता का भरोसा दिया। काफी समझाने-बुझाने के बाद जाम को हटाया गया और यातायात दोबारा सुचारू कराया गया।

एसडीपीओ ने बताया कि ट्रक चालक को पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर कड़ाई बढ़ाई जाएगी और दीपाऊ मोड़ पर स्पीड कंट्रोल और निगरानी के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।

मौत की चीखें और खामोश सड़क

हादसे के बाद का मंजर बेहद दर्दनाक था—चिथड़े बिखरे पड़े थे, टूटी मोटरसाइकिलें साइड में पड़ी थीं और ऑटो की टेढ़ी-मेढ़ी फ्रेम दुर्घटना की भयावहता बयान कर रही थी। आसपास खड़े लोगों की आँखें नम थीं और कई परिजन मौके पर पहुंचकर बेसुध हो गए।

NH-27 पर हुए इस भीषण हादसे ने एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से होने वाली मौतों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी है और स्थानीय लोग सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की माँग कर रहे हैं।