बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का सबसे रोमांचक और चर्चित मुकाबला पूर्वी चंपारण जिले की ढाका विधानसभा सीट पर देखने को मिला, जहां आखिरी राउंड तक पकड़ बनाए रखने वाले पूर्व विधायक और लोकप्रिय चेहरा पवन जायसवाल आखिरकार 178 वोटों से हार गए। राजद उम्मीदवार फैसल रहमान ने बेहद मामूली अंतर से जीत दर्ज करते हुए सीट पर कब्जा जमाया।
मतगणना के दौरान ढाका सीट पर कभी एनडीए की बढ़त होती दिखी, तो कभी राजद आगे निकलता नजर आया। परिणामों के अंतिम चरण में फैसल रहमान ने निर्णायक मार झोंकते हुए 178 वोटों की बढ़त के साथ जीत हासिल कर ली।
परिणाम सामने आने के बाद पूर्व विधायक पवन जायसवाल ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि जनता ने उन्हें भरपूर प्यार दिया है और वे इस जनादेश को सम्मानपूर्वक स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि इतने कम अंतर से हारने के बावजूद उनका जनता में विश्वास और मजबूत हुआ है।
पवन जायसवाल ने बताया कि मतगणना के दौरान एक चरण ऐसा आया जब जिला प्रशासन की ओर से पोर्टल पर उन्हें जीत के रूप में दिखा दिया गया था। परंतु कुछ ही देर बाद इस आंकड़े में संशोधन किया गया और अंतिम नतीजा फैसल रहमान के पक्ष में आया।
इस तकनीकी त्रुटि पर सवाल उठाते हुए पवन जायसवाल ने प्रशासन से कुछ बिंदुओं पर स्पष्टिकरण मांगा था। उन्होंने कहा—
“मैंने कुछ बिंदुओं पर जिला प्रशासन से जानकारी मांगी थी। जांच और तथ्यों की पुष्टि के बाद प्रशासन ने स्पष्ट स्थिति रखी, जिससे मुझे संतुष्टि मिली है। एक जनप्रतिनिधि के रूप में मैं लोकतंत्र और जनता के निर्णय का सम्मान करता हूं।”
जायसवाल ने यह भी कहा कि चुनाव परिणाम सिर्फ जीत-हार से नहीं, बल्कि जनता के विश्वास से तय होता है। उन्होंने समर्थकों का आभार जताते हुए कहा कि इतने कम अंतर से मुकाबला होना इस बात का सबूत है कि जनता आज भी उनके कार्यकाल और विकास कार्यों को याद करती है।
ढाका विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला काफी करीबी रहा। दोनों ही उम्मीदवारों ने गांव-गांव जाकर व्यापक जनसंपर्क किया था। माहौल के जानकारों का कहना है कि ढाका की जनता ने विकास और स्थानीय मुद्दों के आधार पर वोट दिया।
जायसवाल ने आगे कहा कि वे अब भी अपने क्षेत्र की जनता के बीच रहेंगे और जन समस्याओं को उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा—
“हार-जीत तो राजनीति का हिस्सा है, पर जनता का प्यार और विश्वास मेरी सबसे बड़ी ताकत है। मैं ढाका की जनता का कर्ज कभी नहीं चुका सकता।”
दूसरी ओर फैसल रहमान की जीत से राजद खेमे में खुशी का माहौल है। समर्थकों ने जगह-जगह पटाखे फोड़कर जीत का जश्न मनाया।
कुल मिलाकर, ढाका सीट का परिणाम भले ही पवन जायसवाल के पक्ष में नहीं रहा, लेकिन उनकी विनम्रता, शांत प्रतिक्रिया और लोकतांत्रिक मर्यादा ने उन्हें राजनीतिक रूप से और मजबूत किया है। जनता और प्रशासन के निर्णय को स्वीकार करने का उनका यह कदम राजनीति में सकारात्मक संदेश देता है।








