14 नवंबर को होगी मतगणना, सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था — बिना पास किसी को प्रवेश नहीं

65

मोतिहारी, पूर्वी चंपारण: बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के तहत 14 नवंबर को होने वाली मतगणना को लेकर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। शांतिपूर्ण, पारदर्शी और निष्पक्ष मतगणना सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गुरुवार को पूर्वी चंपारण समाहरणालय स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद सभागार में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने अधिकारियों और सुरक्षा बलों के साथ विस्तृत ब्रीफिंग की।

इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि मतगणना कार्य निर्वाचन प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील चरण है। ऐसे में सभी पदाधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी सतर्कता, निष्पक्षता और अनुशासन के साथ करना होगा। उन्होंने दो टूक कहा कि मतगणना केंद्र पर बिना प्रवेश पत्र (पास) के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। हर स्तर पर सुरक्षा और अनुशासन का सख्ती से पालन किया जाएगा।

🔹 पूरी तैयारी, कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी

जिलाधिकारी ने बताया कि 14 नवंबर, शुक्रवार को होने वाली मतगणना के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ पूरी कर ली गई हैं। स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी, मतगणना टेबल की स्पष्ट व्यवस्था, बिजली और संचार प्रणाली, मीडिया सेंटर, और पार्किंग व्यवस्था जैसी तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की गई है।

उन्होंने कहा कि मतगणना पर्यवेक्षकों, सहायक अधिकारियों तथा टेबल सुपरवाइजर्स को EVM और VVPAT गिनती प्रक्रिया से जुड़ी सभी दिशानिर्देशों की जानकारी दे दी गई है। प्रत्येक चरण पर पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य होगा। यदि किसी भी स्तर पर कोई संदेह या शंका की स्थिति बनती है तो तत्काल वरीय पदाधिकारी को सूचित किया जाएगा ताकि प्रक्रिया निर्बाध रूप से आगे बढ़ सके।

🔹 सुरक्षा व्यवस्था होगी तीन-स्तरीय

पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने कहा कि मतगणना के दिन सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मतगणना केंद्र के भीतर और बाहर तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की जाएगी।
उन्होंने बताया कि भीड़ नियंत्रण, प्रवेश जांच, और मीडिया कर्मियों के लिए अलग व्यवस्था की गई है ताकि मतगणना स्थल पर कोई अव्यवस्था न फैले। प्रत्येक मतगणना केंद्र के बाहर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, दंडाधिकारी और मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी।

एसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक प्रवेश द्वार पर फुल बॉडी चेकिंग, पास सत्यापन और सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की व्यवस्था रहेगी। किसी भी स्थिति में बिना अनुमति के कोई व्यक्ति अंदर प्रवेश नहीं कर सकेगा।

🔹 मतगणना केंद्रों का निरीक्षण

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने आज दोनों मतगणना केंद्रों — एमएस कॉलेज मोतिहारी और डाइट छतौनी — का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने स्थल पर मौजूद पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी तकनीकी और भौतिक तैयारियाँ समय से पूरी कर ली जाएं।

जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि एमएस कॉलेज मोतिहारी मतगणना केंद्र का संपूर्ण प्रभार अपर समाहर्ता पूर्वी चंपारण श्री मुकेश कुमार सिंहा को सौंपा गया है, जबकि छतौनी स्थित डाइट मतगणना केंद्र का संपूर्ण प्रभार एडीएम (PGRO) श्री शैलेंद्र कुमार भारती को दिया गया है। दोनों अधिकारी मतगणना के प्रत्येक चरण की व्यक्तिगत निगरानी करेंगे।

🔹 पारदर्शिता और समयबद्धता पर विशेष जोर

जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि मतगणना का प्रत्येक चरण समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूरा हो। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि मतगणना पूरी शांति के साथ संपन्न हो और परिणामों की घोषणा में किसी भी तरह की देरी न हो।

उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है ताकि मतगणना से जुड़ी हर सूचना समय पर और सही रूप में जनता तक पहुँच सके। जिलाधिकारी ने सभी उपस्थित अधिकारियों से यह भी अपील की कि वे निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करें।

🔹 मतगणना दिवस पर कड़ी निगरानी

14 नवंबर को मतगणना के दौरान जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, और निर्वाचन अधिकारियों की संयुक्त टीम हर गतिविधि पर निगरानी रखेगी। इसके लिए कंट्रोल रूम और हेल्प डेस्क भी स्थापित किए जा रहे हैं।
प्रत्येक मतगणना केंद्र पर CCTV कैमरों से 24 घंटे निगरानी की जाएगी और हर गतिविधि रिकॉर्ड में रखी जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना न रहे।

जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा कि जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता यह है कि पूर्वी चंपारण जिले में मतगणना का कार्य शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न हो।
उन्होंने सभी मतगणना कर्मियों से अपील की कि वे अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठा और ईमानदारी से करें ताकि जिले की छवि एक जिम्मेदार और लोकतांत्रिक जिले के रूप में बनी रहे                                                                  पूर्वी चंपारण प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है — “लोकतंत्र के इस महापर्व का अंतिम चरण यानी मतगणना, शांति और पारदर्शिता के साथ संपन्न होगा — इसमें किसी प्रकार की चूक या लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है।”