सीकरीया फार्मेसी कॉलेज में राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस वीक सेमिनार का भव्य आयोजन

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मोतिहारी, 19 सितम्बर 2025। सीकरीया फार्मेसी कॉलेज, मोतिहारी के कॉन्फ्रेंस हॉल में National Pharmacovigilance Week Celebrations 2025 के अंतर्गत एक विशेष सेमिनार का आयोजन बड़े उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। इस अवसर पर चिकित्सा एवं फार्मेसी क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कार्यक्रम को सफल बनाया।

सेमिनार का शुभारंभ अखिल भारतीय चिकित्सा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष एवं सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. आशुतोष शरण, सीकरीया फार्मेसी कॉलेज के सचिव सह भाजपा युवा नेता यमुना सीकरीया, सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अतुल कुमार तथा कॉलेज की उप-प्राचार्या प्रीति दूबे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ और शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर सचिव यमुना सीकरीया ने संबोधित करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का विज़न है कि “स्वस्थ नागरिक ही समृद्ध भारत की नींव है”, और इसी सोच के तहत फार्माकोविजिलेंस जैसे विषयों पर जागरूकता लाना अत्यंत आवश्यक है।

प्रदेश अध्यक्ष डॉ. आशुतोष शरण ने अपने उद्बोधन में कहा कि बिहार में यह आयोजन पहली बार किया जा रहा है, जो गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि पहले छात्रों को फार्मेसी की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ता था, लेकिन अब बिहार में ही ऐसे कॉलेज स्थापित होने से छात्रों को बहुत सुविधा हो रही है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे इस क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देकर न केवल राज्य, बल्कि देश का नाम भी रोशन करें।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. अतुल कुमार ने कहा कि फार्माकोविजिलेंस केवल एक अध्ययन नहीं, बल्कि मरीजों की सुरक्षा और दवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे इस क्षेत्र में रिसर्च और इनोवेशन के नए आयाम जोड़ें। साथ ही उन्होंने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया।

सेमिनार के साथ-साथ कॉलेज में तीन दिवसीय विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था, जिसमें छात्रों के बीच विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं कराई गईं। इन प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को शील्ड और प्रमाणपत्र देकर अतिथियों ने सम्मानित किया। इससे छात्रों में उत्साह और ऊर्जा का संचार हुआ।

कॉलेज की उप-प्राचार्या प्रीति दूबे ने मंच संचालन की जिम्मेदारी निभाई और कार्यक्रम को सुव्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाया। इस अवसर पर कॉलेज के शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम में अनिल प्रसाद समेत कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

सेमिनार के दौरान वक्ताओं ने फार्माकोविजिलेंस के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह दवा के दुष्प्रभावों की पहचान और नियंत्रण स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाता है। जागरूकता बढ़ने से न केवल मरीज सुरक्षित रहेंगे, बल्कि स्वास्थ्य सेवा का स्तर भी ऊँचाई पर पहुँचेगा।

कार्यक्रम के समापन पर सभी अतिथियों ने सामूहिक रूप से इस प्रकार के आयोजन को लगातार जारी रखने का संकल्प लिया और छात्रों को प्रेरित किया कि वे फार्मेसी शिक्षा को नए मुकाम पर ले जाएँ।