16 साल बाद लापता नगीना सहनी की घर वापसी : 5 साल पहले परिजनों ने कर दिया था अंतिम संस्कार, अब लौटे जिंदा

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मोतिहारी। कहते हैं किस्मत से बढ़कर कुछ नहीं होता और इंसान की जिंदगी कभी-कभी फिल्मी कहानी जैसी भी हो जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ मोतिहारी जिले के सुगौली प्रखंड के उतरीं छपरा बहास पंचायत के मेहवा गांव निवासी नगीना सहनी के साथ। करीब 16 साल पहले गुमशुदा हुए नगीना सहनी की अचानक हुई घर वापसी ने पूरे गांव को भावुक कर दिया। परिजनों के साथ ही ग्रामीण भी उन्हें देखकर हैरान रह गए।

गंगा स्नान के दौरान परिवार से बिछड़े

परिजनों के अनुसार वर्ष 2009 में नगीना सहनी कोलकाता के बाबू घाट पर गंगा स्नान करने गए थे। इसी दौरान वे अपने परिवार से बिछड़ गए और फिर उनका कोई पता नहीं चला। परिवार ने उन्हें ढूंढने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। धीरे-धीरे परिजनों ने मान लिया कि अब नगीना सहनी इस दुनिया में नहीं रहे।

परिजनों ने कर दिया था श्राद्ध कर्म

लंबे इंतजार और तलाश के बाद कोई खबर नहीं मिलने पर परिवार टूट चुका था। आखिरकार पांच साल पहले परिजनों ने सामाजिक परंपरा के अनुसार उनका श्राद्ध कर्म और अंतिम संस्कार तक कर दिया। इसके बाद नगीना सहनी की यादें परिवार के लिए सिर्फ तस्वीरों और किस्सों में ही रह गई थीं।

अचानक लौटे तो फूटा खुशी का ज्वार

बीते रविवार को अचानक नगीना सहनी अपने गांव मेहवा लौट आए। उन्हें दरवाजे पर देखकर परिवार के लोग पहले तो अवाक रह गए। किसी को यकीन ही नहीं हुआ कि जिसे मृत मानकर अंतिम संस्कार कर दिया गया था, वही अपने पैरों पर चलकर घर आया है। जब उन्होंने अपना परिचय दिया और परिजनों ने उन्हें पहचाना, तो घर में खुशी और आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। आसपास के ग्रामीण भी इस चमत्कारिक वापसी को देखने उमड़ पड़े।

परिजनों ने गले लगाकर किया स्वागत

नगीना सहनी को घर लौटते ही परिजनों ने गले से लगाया। मां, बहन और पत्नी की आंखों से खुशी के आंसू थम नहीं रहे थे। बच्चों के लिए तो यह मानो किसी सपने से कम नहीं था। वे जिस पिता को केवल तस्वीरों और लोगों की बातों से जानते थे, उन्हें अपने सामने देखकर भावुक हो उठे।

कहा – कई राज्यों में भटकता रहा

नगीना सहनी ने परिजनों को बताया कि कोलकाता में बिछड़ने के बाद वे मानसिक तनाव में आ गए थे। कई राज्यों में मजदूरी करते हुए भटकते रहे। घर आने की राह कभी समझ नहीं आई। धीरे-धीरे उन्होंने हिम्मत जुटाई और एक व्यक्ति की मदद से घर तक पहुंच सके।

नगीना सनी का स्वागत करते घर वाले
नगीना सनी का स्वागत करते घर वाले                                                                                                                                      गांव में बनी चर्चा का विषय

नगीना सहनी की यह वापसी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इसे ईश्वर की मर्जी और किस्मत का खेल बता रहे हैं। गांव के बुजुर्ग कहते हैं कि यह घटना समाज के लिए बड़ी सीख है कि जब तक इंसान का कोई ठोस सबूत न मिले, तब तक उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए।

प्रशासनिक स्तर पर भी चर्चा

ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन के लिए भी सबक हैं कि लापता लोगों की खोज में गंभीरता बरती जाए। वहीं परिवारजन अब चाहते हैं कि नगीना सहनी को सरकार से भी मदद मिले, ताकि वे दोबारा जिंदगी को सामान्य तरीके से जी सकें।

नगीना सहनी की वापसी ने जहां परिवार को नई जिंदगी दी है, वहीं गांव में यह घटना हमेशा याद की जाएगी।