मोतिहारी, 6 सितंबर 2025।
शिक्षक दिवस के अवसर पर पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय स्थित गांधी ऑडिटोरियम में शनिवार को शिक्षक गौरव सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जिले में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को सम्मानित करना था। समारोह में जिले भर से आए गणमान्य लोग, शिक्षा जगत से जुड़े अधिकारी, प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाएँ और विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। मंच पर बतौर मुख्य अतिथि उगम पांडेय कॉलेज के प्राचार्य प्रो. प्रिंस कनात्मक पांडे, एल.एन.डी. कॉलेज के प्राचार्य, और एस. कॉलेज के प्राचार्य उपस्थित रहे। इसके अलावा जिले के कई प्रमुख शिक्षाविदों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथियों ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी समाज की प्रगति और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका सबसे अहम होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षक सिर्फ ज्ञान ही नहीं देते बल्कि विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।
इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से चयनित कई शिक्षकों को शिक्षक गौरव सम्मान से नवाज़ा गया। सम्मानित शिक्षकों में वे लोग शामिल रहे जिन्होंने विद्यालयों में नवाचार, बेहतर परिणाम, सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय योगदान और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। सम्मान प्राप्त कर शिक्षकों ने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं और कहा कि इस तरह के आयोजन से उन्हें और अधिक जिम्मेदारी तथा नई ऊर्जा मिलती है।
समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। जिले के विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने रंगारंग प्रस्तुतियाँ दीं जिनमें नृत्य, गायन, नाटक और कविताओं के माध्यम से शिक्षक-विद्यार्थी संबंध और भारतीय संस्कृति की विविधता को प्रदर्शित किया गया। बच्चों की प्रस्तुतियों पर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साह बढ़ाया।
गांधी ऑडिटोरियम का पूरा माहौल शिक्षा, संस्कृति और सम्मान की भावना से गूंज उठा। मंच से वक्ताओं ने एक स्वर में यह संदेश दिया कि शिक्षकों के प्रति सम्मान केवल एक दिन का नहीं, बल्कि हर दिन का होना चाहिए।
आयोजक विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित किए जाएंगे ताकि शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रोत्साहन मिलता रहे।
अंत में कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया, जिसमें सभी अतिथियों, शिक्षकों, छात्रों और आयोजकों का आभार प्रकट किया गया।
शिक्षक गौरव सम्मान समारोह ने न केवल जिले के शिक्षकों का हौसला बढ़ाया बल्कि समाज में शिक्षा के महत्व को और मजबूती से स्थापित किया।








