एक वर्ष में 66 गिरफ्तारी, करोड़ों की बरामदगी और पीड़ितों को राशि वापसी में पूरे बिहार में अव्वल प्रदर्शन
पटना/मोतिहारी।
बिहार पुलिस महानिदेशक (आर्थिक अपराध) के निर्देश पर राज्यभर में साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में पूर्वी चंपारण जिले का साइबर थाना मोतिहारी पूरे प्रदेश में उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। लगातार सक्रियता और गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान के बूते यह थाना पूरे बिहार में सबसे बेहतर प्रदर्शन करते हुए “सर्वश्रेष्ठ थाना” घोषित किया गया है।
मोतिहारी साइबर थाना ने सिर्फ कागज़ी उपलब्धियाँ नहीं गिनाईं, बल्कि एक वर्ष की अवधि में कुल 66 अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाया। थाना द्वारा चलाए गए विशेष अभियान और त्वरित कार्रवाई से अब तक 39 लाख 60 हज़ार 30 रुपए नकद की बरामदगी की गई है। यही नहीं, पीड़ितों के खातों से फ्रॉड के जरिए उड़ाए गए 11 लाख 24 हज़ार 400 रुपए को भी सुरक्षित वापस कराया गया। यह उपलब्धि साइबर अपराध की रोकथाम और पीड़ितों के भरोसे की बहाली की दिशा में मील का पत्थर मानी जा रही है।
गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान का बेहतरीन उदाहरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, थाना ने हाल ही में दर्ज किए गए मोतिहारी साइबर थाना कांड संख्या 92/25 एवं 78/25 जैसे मामलों में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान प्रस्तुत किया। इन मामलों की जांच इतनी पारदर्शी और तथ्यपरक रही कि राज्य स्तर पर इसे “मॉडल केस” मानते हुए अन्य जिलों को भी अनुसरण करने की सलाह दी गई है।
एसपी अभिनव पाराशर को मिला सम्मान
मोतिहारी साइबर थाना की इस अद्वितीय उपलब्धि का श्रेय थाना अध्यक्ष एवं पुलिस अधीक्षक अभिनव पाराशर को जाता है। उनके नेतृत्व और सक्रियता को देखते हुए उन्हें प्रकाशित पत्र द्वारा सम्मानित किया गया है। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान की पहचान है, बल्कि पूरे जिले के पुलिस तंत्र की मेहनत और प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है।
अनुसंधानकर्ताओं को प्रोत्साहन
साइबर थाना के अनुसंधान कार्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाले अधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया है।
* पुलिस निरीक्षक मुमताज आलम
*पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार सिन्हा
दोनों को गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान एवं त्वरित कार्रवाई के लिए प्रकाशित पत्र और 5000-5000 रुपए नगद पारितोषिक प्रदान किया गया है। यह कदम अन्य अनुसंधानकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
राज्य में मिसाल बनी मोतिहारी पुलिस
साइबर अपराध जैसी नई चुनौती से निपटना आसान नहीं है। ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीकों से आम जनता लगातार प्रभावित हो रही है। ऐसे में मोतिहारी साइबर थाना का यह प्रदर्शन पूरे राज्य में एक “रोल मॉडल” की तरह देखा जा रहा है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने भी माना है कि साइबर अपराध पर नियंत्रण की दिशा में इस थाने ने उम्मीद से अधिक बेहतर काम किया है।
जनता में बढ़ा भरोसा
इस उपलब्धि के बाद जिले के आम नागरिकों में पुलिस के प्रति भरोसा और भी बढ़ा है। पीड़ितों की मेहनत की कमाई जब वापस उनके खाते में लौटी तो उनके चेहरों पर मुस्कान और पुलिस पर विश्वास दोनों लौट आया। यही वजह है कि साइबर थाना मोतिहारी का यह कार्य समाज और पुलिस के बीच भरोसे की एक मजबूत कड़ी साबित हो रहा है।








