विधानसभा चुनाव से पहले जाली नोट के साथ युवक गिरफ्तार, पुलिस की बड़ी कामयाबी

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मोतिहारी। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्वी चंपारण पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बंजरिया थाना क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी करते हुए एक व्यक्ति को जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से ₹500 के नोटों में कुल 38 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। यह बरामदगी ऐसे समय हुई है जब जिले भर में चुनावी हलचल तेज है और प्रशासन पूरी तरह से चौकसी बरते हुए है।

मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि बंजरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत जाली नोटों की बड़ी खेप किसी व्यक्ति को सौंपी जाने वाली है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया। इसके बाद बंजरिया थाना पुलिस, छोड़ जानू थाना पुलिस और एस एस वी  की पुलिस टीम और वरीय अधिकारियों के संयुक्त नेतृत्व में क्षेत्र के कई संवेदनशील इलाकों में छापेमारी की गई।

इसी क्रम में जब पुलिस जोगिया पिपरा के पास पहुंची तो एक युवक संदिग्ध हालात में दिखा। पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पास से ₹500 के नोटों में 38 हजार रुपये बरामद हुए। जांच के दौरान नोट संदिग्ध पाए गए, जिसके बाद आरोपी को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। बरामद नोटों की गहन जांच कराई जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ये नोट कहां से छपे हैं और इनके पीछे किस गिरोह का हाथ है।

पुलिस ने कही बड़ी बात

इस संबंध में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चुनाव से पहले जिले में माहौल बिगाड़ने और अवैध धंधों को बढ़ावा देने के लिए जाली नोटों की तस्करी की कोशिश की जा रही थी। हालांकि समय रहते पुलिस सतर्क हो गई और कार्रवाई कर एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है और उससे यह जानकारी लेने की कोशिश हो रही है कि वह किस गिरोह से जुड़ा है, नोट उसे कहां से मिले और आगे इसे कहां खपाने की योजना थी।

चुनावी मौसम में पुलिस की चौकसी तेज

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद पूरे जिले में पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। गाड़ियों की चेकिंग से लेकर सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है। शराब, नकदी और जाली नोट जैसे मामलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस तरह की बरामदगी से साफ है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए कुछ गिरोह सक्रिय हो गए हैं।

स्थानीय लोगों में चर्चा तेज

इस घटना के सामने आने के बाद जोगिया पिपरा और आसपास के गांवों में चर्चा का विषय बन गया है। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर इतना बड़ा जाली नोटों का जखीरा इलाके में कैसे पहुंचा और कौन लोग इसमें शामिल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई से बड़ी वारदात टल गई, वरना इन नोटों के बाजार में पहुंचने से कई लोग ठगी का शिकार हो सकते थे।

पुलिस की आगे की रणनीति

फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और उसके मोबाइल व अन्य संपर्कों की जांच कर रही है। साथ ही नोटों को जांच के लिए रिजर्व बैंक और फॉरेंसिक लैब भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस गिरोह के कई और सदस्यों के पकड़े जाने की संभावना है।

इस बरामदगी ने न केवल पुलिस की सक्रियता को साबित किया है बल्कि चुनावी मौसम में चल रही संवेदनशील गतिविधियों पर भी परदा उठाया है। अब देखना यह होगा कि जांच आगे किस मोड़ पर पहुंचती है और जाली नोटों के इस नेटवर्क की जड़ें कहां तक फैली हुई हैं।