पूर्व संध्या पर ‘दीप शहीदों के नाम’ कार्यक्रम, वीर जवानों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

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मोतिहारी। स्वतंत्रता दिवस-2025 की पूर्व संध्या पर मोतिहारी के राजाबाज़ार स्थित शहीद स्मारक का प्रांगण देशभक्ति के रंग में रंग उठा। यहां जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संयुक्त तत्वावधान में ‘दीप शहीदों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस भावपूर्ण अवसर पर जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी, सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी, पूर्व सैनिक और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत संध्या काल में की गई, जब हल्की हवा और आसमान में ढलते सूरज की सुनहरी किरणों के बीच, स्मारक परिसर में दीप प्रज्वलन की तैयारियां की गईं। जिलाधिकारी महोदय, आरक्षी अधीक्षक महोदय, नगर आयुक्त महोदय, सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट और जिले के गणमान्य पूर्व सैनिकों ने मिलकर शहीद वेदी के चारों ओर दीप जलाए। हर एक दीप, उन वीर सपूतों की याद में जलाया गया, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।

दीप प्रज्वलन के बाद उपस्थित गणमान्य लोगों ने शहीद वेदी पर पुष्प अर्पित किए। पूरे वातावरण में गूंज रहे राष्ट्रभक्ति के गीत और ‘भारत माता की जय’ के स्वर, सभी को गर्व और भावुकता से भर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान, शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया। इस दौरान पूरा स्मारक परिसर मानो थम सा गया — केवल जलते दीपों की लौ और देशभक्ति की अनुभूति वहां उपस्थित हर व्यक्ति के दिल में उजाला कर रही थी।

 

मौन के उपरांत, ‘शहीद जवान अमर रहें’ के नारों से राजाबाज़ार गूंज उठा। इन नारों ने उपस्थित सभी लोगों के मन में देश के प्रति और अधिक समर्पण और गर्व का भाव भर दिया। कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सैनिकों ने भी अपने अनुभव साझा किए और शहीद साथियों की वीरता और त्याग की कहानियां सुनाकर माहौल को और अधिक भावुक बना दिया।

जिलाधिकारी महोदय ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि “हमारे वीर जवानों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह दीप सिर्फ रोशनी नहीं, बल्कि हमारे दिलों में बसे आभार और श्रद्धा का प्रतीक हैं।” आरक्षी अधीक्षक महोदय ने कहा कि “शहीद हमारे लिए प्रेरणा हैं, और उनका त्याग हमें राष्ट्र सेवा के लिए सदैव तत्पर रहने की सीख देता है।”

नगर आयुक्त महोदय और सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट ने भी शहीदों को नमन करते हुए इस प्रकार के कार्यक्रमों को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन युवाओं को देशभक्ति और राष्ट्र सेवा के मूल्यों से जोड़ते हैं।

स्थानीय नागरिकों और युवाओं ने भी बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में भाग लेकर यह साबित कर दिया कि आज भी देशभक्ति की भावना उतनी ही जीवंत है, जितनी स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में थी।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जहां सभी ने एक स्वर में राष्ट्र के प्रति अपनी निष्ठा और प्रतिबद्धता व्यक्त की। राजाबाज़ार शहीद स्मारक की जलती हुई दीप शृंखला देर रात तक चमकती रही, मानो कह रही हो — “जब तक सूरज-चांद रहेगा, शहीदों का नाम अमर रहेगा।”