अरेराज विधानसभा में जन-सुराज की भव्य बदलाव सभा, कमलेश कांत गिरी ने भरी हुंकार – “अबकी बार बिहार मे जन-सुराज की सरकार”

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अरेराज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत लोरिया पांडे वाटिका में मंगलवार को जैन स्वराज पार्टी के भारी प्रत्याशी कमलेश कांत गिरी के नेतृत्व में एक भव्य बदलाव सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में पुरुष और महिलाओं ने भाग लेकर बदलाव का संदेश दिया।

जन-सुराज के बैनर और पोस्टरों के बीच जोश और उत्साह का माहौल साफ़ झलक रहा था। कमलेश कांत  जन-सुराज पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और समर्थक भी मंच पर उपस्थित थे। पार्टी के अन्य भावी प्रत्याशी भी इस मौके पर मौजूद रहे, जिन्होंने जनता से आने वाले विधानसभा चुनाव में जन-सुराज को चुनने की अपील की।

अपने संबोधन में कमलेश कांत गिरी ने कहा कि जन- सुराज का चुनाव चिन्ह “स्कूल का बस्ता” है, जो शिक्षा, संस्कार और समाज के विकास का प्रतीक है। उन्होंने समझाया कि जैसे किसी बच्चे के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्कूल का बस्ता जरूरी है, वैसे ही समाज को सही दिशा देने के लिए शिक्षा और जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। “स्कूल का बस्ता” न केवल बच्चों की पढ़ाई का साधन है, बल्कि यह समाज में प्रतिष्ठा और प्रगति का भी प्रतीक है।

कमलेश कांत गिरी ने अपने ओजस्वी भाषण में कहा,

लगातार 30 वर्षों से हम सड़क, बिजली, पानी और जाति-धर्म के नाम पर वोट करते आ रहे हैं, लेकिन हर बार ठगे गए हैं। अबकी बार जाति या धर्म देखकर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के चेहरे देखकर वोट दें।”जन सुराज के भावी प्रत्याशी कमलेश कांत गिरी

उन्होंने बिहार की पलायन की समस्या पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य के लाखों युवक रोजगार के लिए बाहर जाते हैं, जहां उन्हें “बाहरवा बिहारी” कहकर ताना झेलना पड़ता है। उन्होंने जनता से अपील की कि इस बार वोट देते समय अपने बेटे, पति, भाई और भतीजे का भविष्य सोचें, ताकि वे अपने ही राज्य में सम्मान के साथ रोज़गार पा सकें और उन्हें दूसरे राज्यों में जाने की मजबूरी न हो।

कमलेश कांत गिरी ने वादा किया कि अगर बिहार में जन – सुराज की सरकार बनती है, तो 12 से 15 हजार रुपये मासिक वेतन वाली नौकरियां युवाओं को बिहार में ही दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल बेरोजगारी को कम करेगी, बल्कि पलायन की समस्या को भी खत्म करेगी।

सभा में उपस्थित अन्य नेताओं ने भी जन-सुराज की नीतियों और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पार्टी का उद्देश्य सिर्फ चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि बिहार में एक स्थायी बदलाव लाना है। इसके लिए शिक्षा, रोजगार और सुशासन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

सभा में महिलाओं की उपस्थिति भी काबिलेगौर रही। कई महिलाओं ने खुलकर अपनी राय रखी और जैन स्वराज के एजेंडे का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर युवाओं को बिहार में ही रोजगार मिलेगा तो परिवार मजबूत होंगे और गांव-गांव में खुशहाली आएगी।

सभा के अंत में कमलेश कांत गिरी ने जनता से कहा कि बदलाव की लहर चल पड़ी है और इस बार बिहार में जैन स्वराज की सरकार बनाकर ही दम लेना है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि आने वाले समय में पार्टी की ओर से घर-घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा ताकि हर मतदाता तक पार्टी का संदेश और योजनाएं पहुंच सकें।

लौरिया पांडे वाटिका की यह सभा सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं थी, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन जैसा माहौल भी बना रही। मंच से लेकर दर्शक दीर्घा तक एक ही नारा गूंज रहा था –

अबकी बार, जन-सुराज की सरकार”।         जय बिहार…….. जय- जय बिहार

जन-सुराज ने इस सभा के जरिए यह स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वह पूरी मजबूती के साथ मैदान में है और जनता को एक वैकल्पिक, पारदर्शी और विकासमुखी सरकार देने का इरादा रखती है।