अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025: पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में 927 एनसीसी कैडेट्स ने किया सामूहिक योग, ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ थीम पर हुआ आयोजन

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21 जून 2025 को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पूरे भारत में उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। इसी क्रम में 25 बिहार बटालियन एन०सी०सी०, मोतिहारी द्वारा पूर्वी चंपारण स्थित जिला स्कूल, मोतिहारी और पश्चिमी चंपारण स्थित एम.जे.के. महाविद्यालय, बेतिया के प्रांगण में भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की खास बात यह रही कि दोनों जिलों में कुल मिलाकर 927 एनसीसी कैडेट्स ने एक साथ योग कर भारत की प्राचीन परंपरा को सम्मान दिया और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।

इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम थी — “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” (Yoga for One Earth, One Health)। यह विषय इस बात को रेखांकित करता है कि योग केवल एक व्यक्ति के स्वास्थ्य का नहीं, बल्कि सम्पूर्ण पृथ्वी और पर्यावरण के संतुलन का भी प्रतीक है।

कार्यक्रम की संपूर्ण व्यवस्था समादेशी पदाधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेन कुमार पाण्डेय के कुशल निर्देशन एवं देखरेख में की गई। उन्होंने उपस्थित सभी कैडेट्स और स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि “योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलन में लाता है। यह भारत की अमूल्य सांस्कृतिक विरासत है, जिसे हमें अपनाना और आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजन युवाओं में अनुशासन, जागरूकता और एकता की भावना को सशक्त करते हैं।

 

पूर्वी चंपारण के जिला स्कूल, मोतिहारी में एनसीसी कैडेट्स को योगाभ्यास करवाने की जिम्मेदारी सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवान और योग प्रशिक्षक विकाश भारद्वाज ने निभाई। वहीं पश्चिमी चंपारण के एम.जे.के. महाविद्यालय, बेतिया में योग शिक्षक पवन कुमार चौधरी ने छात्रों को विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान के अभ्यास कराए।

योगाभ्यास सत्र में सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, भुजंगासन, त्रिकोणासन, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, और ध्यान के साथ समापन हुआ। प्रशिक्षकों ने छात्रों को नियमित योग अभ्यास से होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया, जैसे कि तनाव कम करना, एकाग्रता बढ़ाना, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना, और आंतरिक शांति प्राप्त करना।

इस अवसर पर 25 बिहार बटालियन के सभी एनसीसी अधिकारी, फौजी स्टाफ एवं सिविल स्टाफ भी सक्रिय रूप से योग सत्र में शामिल हुए। सभी ने एक साथ मिलकर योग किया और भारत सरकार की ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ और ‘स्वस्थ भारत’ अभियान को मजबूती प्रदान की।

कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी कैडेट्स को प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों की विशेष सराहना की गई।

इस आयोजन ने स्पष्ट संदेश दिया कि योग केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है। युवा पीढ़ी में योग के प्रति इस तरह की जागरूकता से एक स्वस्थ, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण संभव है।