मोतिहारी, बिहार। रिपब्लिक 7 भारत ब्यूरो
मोतिहारी नगर निगम के पहले निर्वाचित उपमहापौर ने ढाई वर्षों के अपने कार्यकाल की समीक्षा करते हुए न सिर्फ अपनी प्राथमिकताएं और उपलब्धियों को जनता के सामने रखा, बल्कि नगर निगम की कार्यप्रणाली में मौजूद भेदभावपूर्ण रवैये पर गहरी नाराज़गी भी जाहिर की है।
उन्होंने बताया कि यह जिम्मेदारी उन्हें ईश्वर की कृपा, मोतिहारी की महान जनता के आशीर्वाद, भाजपा नेतृत्व, वरिष्ठ सांसद राधामोहन सिंह एवं विधायक प्रमोद कुमार के मार्गदर्शन तथा शुभचिंतकों व परिवार के सहयोग से प्राप्त हुई थी। यह न केवल एक पद है, बल्कि सेवा का अवसर भी है।
उनका लक्ष्य रहा है कि नगर निगम क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो—हर वार्ड में सालाना कम-से-कम एक करोड़ रुपये की योजना के तहत सड़क, नाला, सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं सुलभ कराई जाएं। इसके अलावा शहरवासियों को ट्रैफिक जाम और अतिक्रमण की समस्याओं से मुक्ति दिलाना भी प्राथमिकता में रहा।
सीमित अधिकार, मगर अटूट प्रयास
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उपमहापौर के पद की सीमाएं हैं। अधिकार सीमित हैं, बावजूद इसके वह हर मीटिंग और मंच पर “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” की भावना के अनुरूप सभी वार्डों में समान विकास की माँग करते रहे हैं।
भेदभाव की योजना सूची ने किया विचलित
हाल ही में हुई नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक में उन्हें योजनाओं की सूची नहीं सौंपी गई, जिसके विरोध में उन्होंने बैठक का बहिष्कार किया। बाद में जब विभाग से उन्हें सूची मिली, तो उन्होंने उसमें गंभीर असमानता पाई।
उन्होंने बताया कि एक वार्ड में जहां ₹2.5 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई है, वहीं कुछ वार्ड ऐसे हैं जहाँ ₹15 लाख या ₹30 लाख की योजना दी गई है, तो कई वार्डों को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया गया है। उन्होंने इस असमानता को “अहहनीय”, “पीड़ादायक” और “भेदभावपूर्ण” बताया।
मेयर से फिर की सार्वजनिक अपील
उपमहापौर ने बताया कि वे पूर्व में भी कई बार महापौर महोदया से अपील कर चुके हैं कि हर वार्ड को समान महत्व और योजनाएं दी जाएं। आज वे पुनः उसी अपील को सार्वजनिक मंच से दोहरा रहे हैं ताकि शहर का कोई भी हिस्सा विकास से वंचित न रह जाए।
उल्लेखनीय उपलब्धियां भी गिनाईं
सिर्फ आलोचना तक सीमित न रहते हुए उपमहापौर ने केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को लेकर भी संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार, बिहार सरकार, विशेषकर सांसद राधामोहन सिंह, प्रमोद कुमार, कृष्णनंदन पासवान, डॉ. संजय गाठमाल आदि जनप्रतिनिधियों के सहयोग से मोतिहारी को कई ऐतिहासिक योजनाएं मिली हैं।
महत्वपूर्ण विकास कार्य:
केन्द्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण, चरखा पार्क का सौंदर्यीकरण गांधी ,संग्रहालय का विस्तारीकरण सदर अस्पताल का अपग्रेडेशन चार-चार ओवरब्रिज का निर्माण कार्य प्रेरणा पार्क सुभाष पार्क की स्थापना और मोतीझील का समग्र विकास इन योजनाओं ने मोतिहारी को पूरे राज्य ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष पहचान दिलाई है।
शहर को चाहिए न्यायसंगत योजनाएं
उपमहापौर ने कहा कि जब पूरी सरकार और सांसद-नेता मोतिहारी को विकास के पथ पर आगे बढ़ा रहे हैं, तब नगर निगम के स्तर पर किसी भी तरह की भेदभावपूर्ण योजना न केवल जनभावनाओं के साथ अन्याय है, बल्कि यह शहर के संतुलित विकास में बाधा भी बन सकता है।
समापन में अपील:
अपनी बातों का समापन करते हुए उपमहापौर ने कहा कि मोतिहारी की जनता ने उन्हें जो सम्मान और जिम्मेदारी सौंपी है, वे उसे पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। वे हर मंच से यह मांग उठाते रहेंगे कि नगर निगम के हर वार्ड में बराबरी के आधार पर योजनाएं स्वीकृत हों ताकि शहर का कोई कोना विकास से वंचित न रह जाए।