📍मोतिहारी | 11 जून 2025 राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक, समाजवाद के पुरोधा और गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले लालू प्रसाद यादव के 78 वें जन्मदिवस के अवसर पर आज मोतिहारी में एक खास सामाजिक पहल देखने को मिली। शहर की महापौर श्रीमती प्रीति कुमारी ने इस मौके को सिर्फ एक जश्न न मानते हुए, महादलित बस्तियों में भोज का आयोजन कर इसे सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण का प्रतीक बना दिया। 
🎉 भोज में उमड़ी सैकड़ों लोगों की भीड़ महापौर स्वयं महादलित परिवारों के बीच पहुँचीं और अपने हाथों से लोगों को भोजन कराया। इस दौरान उन्होंने बुज़ुर्गों से आशीर्वाद लिया और बच्चों को स्नेहपूर्वक खाना परोसा। भोजन में चावल, दाल और सब्जी,परोसे गए, जिसे लेकर लोगों में खासा उत्साह दिखा।
स्थानीय लोगों ने महापौर के इस कदम का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें ‘गरीबों की दीदी’ कहकर संबोधित किया।
🗣️ महापौर का भावुक संबोधन
महापौर प्रीति कुमारी ने अपने संबोधन में कहा –
> “यह भोज केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और सम्मान का प्रतीक है। लालू जी ने हमें सिखाया कि सत्ता का मतलब केवल शासन नहीं, सेवा है। हम उन्हीं के बताए मार्ग पर चलकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय और समानता पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि समाज के कमजोर वर्गों के साथ मिलकर खुशियाँ बाँटना ही असली राजनीति है। यही लालू जी की विचारधारा रही है, जिसे वो खुद अपने कार्यों के माध्यम से जीवंत कर रही हैं।
सामाजिक मुद्दों पर चर्चा भी
इस कार्यक्रम के दौरान सिर्फ भोज ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा की गई। महापौर ने लोगों को जागरूक किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजें, सफाई का ध्यान रखें और बीमारी से बचाव के लिए सरकार की योजनाओं का लाभ लें।
जनसहयोग से बना एक मिसाल
प्रतिबद्भज के आयोजन में राजद के महानगर अध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, समाजसेवी और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया।
कार्यक्रम में खासतौर पर युवा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिन्होंने बस्ती में व्यवस्था संभालने, भोजन परोसने और लोगों का स्वागत करने में बड़ी भूमिका निभाई।
समापन में आभार और भविष्य की प्रतिबद्धता
कार्यक्रम के समापन पर महापौर ने सभी सहयोगियों, नागरिकों और स्वयंसेवकों का धन्यवाद करते हुए कहा:
“यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में हम और भी ऐसे सेवा कार्य करेंगे ताकि हर व्यक्ति यह महसूस कर सके कि वह इस समाज का हिस्सा है और उसे पूरा सम्मान मिल रहा है।”
📸 आयोजन की झलकियाँ बनीं सोशल मीडिया की सुर्खी
इस कार्यक्रम की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। लोग महापौर के इस अनूठे प्रयास को ‘राजनीति में मानवता की वापसी’ की संज्ञा दे रहे हैं।
निष्कर्ष:
महापौर प्रीति कुमारी द्वारा लालू प्रसाद यादव जी के जन्मदिवस को सामाजिक समरसता और संवेदनशीलता के रूप में मनाने का यह प्रयास, ना सिर्फ शहर में बल्कि पूरे बिहार में एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है। यह आयोजन दिखाता है कि सच्ची राजनीति वह होती है, जो दिलों को जोड़ती है, समाज को समरस बनाती है और सेवा को प्राथमिकता देती है।








