हथियार के साथ सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल: पूर्वी चंपारण के दो युवक गिरफ्तार, पुलिस की कार्रवाई तेज

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पूर्वी चंपारण: सोशल मीडिया पर हथियार के साथ वीडियो और तस्वीरें वायरल करना दो युवकों को महंगा पड़ गया। पूर्वी चंपारण जिले के पीपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुंवरपुर बिनटोली के दो युवकों – राजा कुमार (पिता- चंदन मुखिया) एवं विष्णु कुमार (पिता- लालबाबू मुखिया) – को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ पीपरा थाना में मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

घटना का खुलासा
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें दोनों युवक खुलेआम हथियार लहराते नजर आ रहे थे। यह वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर फैलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। वीडियो में दिखाई दे रहे हथियारों की पुष्टि के लिए पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की और वीडियो को सत्यापित किया गया।

गांव में मचा हड़कंप
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ और युवकों की पहचान हुई, कुंवरपुर बिनटोली गांव में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों युवक पहले भी सोशल मीडिया पर अपने स्टाइल और स्टंट के लिए चर्चित रहे हैं, लेकिन इस बार मामला गंभीर हो गया क्योंकि इसमें गैरकानूनी हथियार का प्रदर्शन सामने आया।

पुलिस की तत्परता से गिरफ्तारी
पीपरा थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को उनके गांव से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने वीडियो में प्रयुक्त हथियार को भी बरामद किया है। फिलहाल हथियार के स्रोत की जांच की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये हथियार अवैध रूप से लाया गया था या किसी अन्य आपराधिक गतिविधि से संबंधित है।

अग्रिम जांच जारी
पुलिस अधीक्षक के अनुसार, इस मामले में साइबर सेल की मदद ली जा रही है ताकि यह पता चल सके कि वीडियो कब और कहाँ बनाया गया तथा इसे किसने सोशल मीडिया पर अपलोड किया। आरोपियों से पूछताछ जारी है और इस बात की जांच की जा रही है कि कहीं इनका संबंध किसी आपराधिक गिरोह से तो नहीं है।

सख्त कार्रवाई की चेतावनी
पूर्वी चंपारण पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर इस प्रकार के हथियारों का प्रदर्शन कानून के खिलाफ है और ऐसे कृत्य पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने युवाओं को चेताया है कि वे सोशल मीडिया पर स्टाइल और लोकप्रियता के चक्कर में कानून को न तोड़ें, वरना परिणाम गंभीर हो सकते हैं।

समाज को संदेश
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किस तरह सोशल मीडिया की लत और लाइमलाइट की चाहत युवाओं को गलत राह पर ले जा रही है। प्रशासन और समाज दोनों की जिम्मेदारी है कि ऐसे मामलों पर नज़र रखी जाए और युवाओं को सही दिशा दिखाने के लिए प्रेरित किया जाए।