कामता मिश्रा गोलीकांड का मुख्य साजिशकर्ता गिरफ्तार, पुलिस की छापेमारी से खुला बड़ा राज

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अरेराज अनुमंडल ब्यूरोनीरज मिश्र | हरसिद्धि

हरसिद्धि थाना क्षेत्र के गायघाट चौक पर 30 मार्च को हुए व्यवसाई कामता मिश्रा पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस सनसनीखेज घटना के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए अपराधी की पहचान चिरैया थाना क्षेत्र निवासी रामाशंकर प्रसाद के पुत्र अमित श्रीवास्तव के रूप में की गई है।

घटना के तुरंत बाद, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। SIT टीम ने तकनीकी अनुसंधान, मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इसी कड़ी में रविवार को पुलिस ने अमित श्रीवास्तव को दो जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन के साथ धर दबोचा।

अपराधी का आपराधिक इतिहास खंगालने पर मिले बड़े सुराग

डीएसपी रंजन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अमित श्रीवास्तव कोई नया नाम नहीं है। इस पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2022 में मुफस्सिल थाना, मोतिहारी में उस पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। वहीं, 2023 में चकिया थाना और तुरकौलिया थाना में भी उसके विरुद्ध आर्म्स एक्ट के अंतर्गत मामले दर्ज हैं। तुरकौलिया कांड में वह जेल भी जा चुका है।

कामता मिश्रा पर गोलियों की बौछार, हालत हुई थी गंभीर

30 मार्च को सुबह गायघाट चौक पर उस समय अफरातफरी मच गई थी जब व्यवसायी कामता मिश्रा पर बाइक सवार अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। इस घटना में उन्हें गंभीर चोटें आई थीं और आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए पटना रेफर किया गया था। गोलीकांड के बाद इलाके में दहशत फैल गई थी और व्यापारियों में भारी आक्रोश देखा गया था।

पुलिस की सतर्कता से टूटा अपराधियों का नेटवर्क

पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मामले को चुनौती के रूप में लिया और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया। इंस्पेक्टर पूर्णकाम सामर्थ, थानाध्यक्ष सर्वेंद्र कुमार सिन्हा, अपर थानाध्यक्ष मनीष राज, एसआई अविनाश कुमार, डीआईयू टीम और सशस्त्र बल की संयुक्त कार्रवाई से इस मामले में निर्णायक सफलता प्राप्त हुई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार अपराधी से पूछताछ जारी है और उम्मीद की जा रही है कि उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों की भी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।

जनता ने पुलिस की तत्परता की सराहना की

इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में लोगों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने पुलिस की सक्रियता और तत्परता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि इसी प्रकार अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई होती रही, तो क्षेत्र में अपराध का ग्राफ निश्चित रूप से नीचे आएगा।

राजनीतिक हलचल और प्रशासन की चुप्पी

कामता मिश्रा गोलीकांड ने प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। घटना के बाद कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हरसिद्धि थाना पहुंचकर प्रशासन से दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। हालांकि अब जब मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी हो चुकी है, प्रशासन ने राहत की सांस ली है, परन्तु इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिसिंग सिस्टम की परीक्षा जरूर ली।

जांच अब और गहराई से होगी

डीएसपी रंजन कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि यह गिरफ्तारी अंतिम नहीं है। मामले में और भी कई लोग संलिप्त हो सकते हैं जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस जल्द ही और गिरफ्तारियां कर सकती है।

निष्कर्ष

कामता मिश्रा गोलीकांड में मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन इस घटना ने कानून व्यवस्था की चुनौती को भी सामने रखा है। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में पुलिस इस गिरोह के बाकी सदस्यों तक कब तक पहुंच पाती है और इस केस को किस प्रकार अंजाम तक पहुंचाया जाता है।



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