भारतीय सेना ने पीओके में किए सर्जिकल स्ट्राइक जैसे हमले, आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना

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नई दिल्ली, 7 मई 2025 – भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित कई नए आतंकी ठिकानों पर एक सटीक और सुनियोजित सैन्य अभियान को अंजाम दिया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई मंगलवार देर रात को की गई, जिसमें आतंकी शिविरों को भारी नुकसान पहुंचाया गया। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब सीमापार से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें लगातार बढ़ रही थीं।

सूत्रों के अनुसार, सेना को खुफिया जानकारी मिली थी कि पीओके में करीब 8-10 नए आतंकी ठिकाने हाल ही में सक्रिय किए गए हैं, जहां बड़ी संख्या में आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा था। इन शिविरों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों के लड़ाके मौजूद थे।

हमले की रणनीति और तकनीकी इस्तेमाल

भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन में ड्रोन सर्विलांस, सैटेलाइट इमेजरी और रॉ (RAW) की खुफिया रिपोर्ट्स का इस्तेमाल करते हुए पीओके के भीतर घुसे बगैर ही लक्ष्य को भेदा। टारगेटेड आर्टिलरी स्ट्राइक और लॉन्ग-रेंज प्रिसिशन वेपनरी का प्रयोग कर आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। सेना ने यह सुनिश्चित किया कि इस हमले में किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे।

सरकारी प्रतिक्रिया और राजनीतिक समर्थन

रक्षा मंत्रालय ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा है कि यह हमला भारत की आत्मरक्षा और आतंक के खिलाफ उसकी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का हिस्सा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान जारी कर कहा, “भारत अपनी संप्रभुता के खिलाफ किसी भी साजिश का मुंहतोड़ जवाब देगा। सेना ने देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह साहसिक कदम उठाया है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय सेना को आतंकवाद के खिलाफ पूरी छूट दी गई है। उन्होंने कहा, “यह नया भारत है, जो आतंकवाद को उसके घर में घुसकर जवाब देता है।”

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस कार्रवाई को नकारते हुए इसे ‘झूठा प्रचार’ करार दिया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत की यह कार्रवाई क्षेत्रीय शांति को भंग करने की साजिश है। हालांकि, पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया में यह खबर चल रही है कि पीओके के कई हिस्सों में धमाकों की आवाजें सुनी गईं और सेना की हलचल तेज हो गई है।

सुरक्षा विशेषज्ञों की राय

रक्षा विश्लेषक अजय शुक्ला के अनुसार, यह हमला भारत की एक स्पष्ट नीति को दर्शाता है – आतंकवाद को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “सेना की यह कार्रवाई पाकिस्तान को यह संदेश देती है कि भारत अब केवल कूटनीतिक बयानबाज़ी तक सीमित नहीं रहेगा।”

पूर्व सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि पीओके में मौजूद आतंकी शिविर लंबे समय से भारत के खिलाफ हिंसा फैला रहे थे। “यह एक प्रीएम्प्टिव स्ट्राइक थी, जो यह दिखाती है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक रणनीति अपना रहा है,” उन्होंने कहा।

जनता और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

देशभर में इस सैन्य कार्रवाई का स्वागत किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर हैशटैग #SurgicalStrike2 और #IndiaStrikesBack ट्रेंड कर रहे हैं। लोगों ने सेना को सलामी देते हुए कहा कि यह हर भारतीय को गौरवान्वित करने वाला क्षण है। कई राज्यों में लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और सेना की इस कार्रवाई का समर्थन किया।

भविष्य की रणनीति और संभावित परिणाम

यह सैन्य कार्रवाई भारत की बदली हुई सैन्य नीति का प्रतीक है, जिसमें अब घुसपैठ या आतंकवादी हमलों का जवाब कूटनीति के साथ-साथ सैन्य बल से भी दिया जा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के संबंधों में यह एक और तनावपूर्ण मोड़ हो सकता है, लेकिन यह भारत की सुरक्षा प्राथमिकताओं के तहत लिया गया आवश्यक कदम था।

इस ऑपरेशन ने एक बार फिर दिखा दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर तक जाकर कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा। आने वाले दिनों में पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई की आशंका बनी हुई है, लेकिन भारतीय सेना हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।