पूर्वी चंपारण में महिला संवाद कार्यक्रम ने रचा सफलता का नया इतिहास

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पूर्वी चंपारण जिले में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन 18 अप्रैल से निरंतर किया जा रहा है। जिले के 27 प्रखंडों में जीविका ग्राम संगठन के माध्यम से यह कार्यक्रम महिलाओं को जागरूक करने और उनकी आकांक्षाओं को स्वर देने का माध्यम बन रहा है।

कार्यक्रम में जिले की दीदियाँ और महिलाएं उत्साहपूर्वक हिस्सा ले रही हैं। न सिर्फ जीविका दीदियाँ, बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाएं भी अपने अनुभव साझा कर रही हैं और विकास की दिशा में अपनी मांगों को सरकार तक पहुँचाने की कोशिश कर रही हैं।

महिला संवाद के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संदेश पत्र उपस्थित महिलाओं को पढ़कर सुनाया जा रहा है और ग्रामीणों के बीच वितरित किया जा रहा है। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी देने वाले लीफलेट भी बांटे जा रहे हैं। कार्यक्रम को और प्रभावशाली बनाने के लिए महिला संवाद रथ के माध्यम से एलईडी डिस्प्ले पर सरकारी योजनाओं पर आधारित फिल्में भी प्रदर्शित की जा रही हैं।

इस कार्यक्रम के तहत हर दिन सुबह 09:00 से 11:00 बजे और शाम 04:00 से 06:00 बजे तक विभिन्न पंचायतों में महिला संवाद आयोजित हो रहा है। अभी तक जिले के 252 जीविका ग्राम संगठनों में लगभग 65,000 से अधिक महिलाएं इस कार्यक्रम से जुड़ चुकी हैं।

आज के कार्यक्रम में घोड़ासहन प्रखंड के लौखन पंचायत के मिलन ग्राम संगठन, पूजा ग्राम संगठन कदमवा, चिरैया प्रखंड के धरती जीविका महिला ग्राम संगठन और रायपुर पंचायत के उजाला जीविका महिला ग्राम संगठन में कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ। इन स्थानों पर महिला संवाद वाहन के माध्यम से फिल्म प्रदर्शन किया गया जिसमें महिलाओं के लिए संचालित कुल 31 सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।

प्रमुख योजनाओं में शामिल हैं –

महिला आरक्षण, बिहार राज्य महिला सशक्तीकरण नीति, नशामुक्ति अभियान, सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, बालिका पोषक योजना, सायकिल योजना, किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री मेधावृत्ति योजना, मुख्यमंत्री नारी शक्ती योजना, अल्पावास गृह, अक्षर आँचल योजना, आदि।

फिल्म प्रदर्शन के बाद खुले मंच पर संवाद की प्रक्रिया भी अपनाई जा रही है, जिसमें महिलाएं अपनी बातों को खुलकर रख रही हैं। संवाद के माध्यम से वे न केवल अपनी समस्याएं, बल्कि अपने सपनों और अपेक्षाओं को भी साझा कर रही हैं।

कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए घोड़ासहन प्रखंड के जीविका प्रखंड परियोजना प्रबंधक  अतुल मोहन झा ने कहा, “महिला संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी देना है, बल्कि यह जानना भी है कि महिलाओं की आकांक्षाएं क्या हैं और उन्हें कैसे पूरा किया जा सकता है।”

पूर्वी चंपारण में इस अभिनव पहल ने महिलाओं में नई चेतना, आत्मविश्वास और जागरूकता का संचार किया है, जो निश्चित रूप से उनके सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में एक सशक्त कदम साबित होगा।