सुगौली, चंपारण। एचपीसीएल (हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के चंपारण एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, सुगौली में आज एक विस्तृत और व्यावहारिक अग्निशमन मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। यह ड्रिल प्लांट के टैंक ट्रक गैण्ट्री क्षेत्र में एलपीजी गैस रिसाव और संभावित आगजनी की आपात स्थिति से निपटने के लिए आयोजित की गई थी। इस मॉक ड्रिल में विभिन्न विभागों और आपातकालीन सेवाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
घटना का परिदृश्य और त्वरित कार्रवाई
ड्रिल के परिदृश्य के अनुसार, एक टैंक ट्रक के मैनिफोल्ड वॉल्व से एलपीजी का रिसाव शुरू हुआ, जिससे गैण्ट्री क्षेत्र में आग लग गई। घटना की जानकारी मिलते ही प्लांट की फायर फाइटिंग टीम हरकत में आई और कुछ ही समय में स्थिति पर प्रभावी नियंत्रण पा लिया गया। इस दौरान सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल और प्रतिक्रिया उपायों का गहनता से पालन किया गया।
विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण आयोजन के साक्षी बने अनेक प्रशासनिक व तकनीकी अधिकारी। प्रमुख अतिथियों में शामिल थे:
1. अरुण कुमार – एसडीएम, अरेराज 2. अरविंद कुमार – सीओ, हरसिद्धि 3. मनोज कुमार – बीडीओ, हरसिद्धि 4. एस.के. सिन्हा – एसएचओ, हरसिद्धि 5. रामाशंकर ठाकुर व उनकी टीम – बिहार फायर सर्विस, अरेराज 6. डॉ. सुनील कुमार व पीएचसी हरसिद्धि की स्वास्थ्य टीम 7. श्री दिवाकर पांडेय व पीयूष शरण – सेफ्टी टीम, एचबीएल सुगौली 8. उज्ज्वल प्रकाश – आरसीएम, एचपीसीएल चंपारण 9. अर्जुन सिंह – कोऑर्डिनेटर, मकीन 10. अभिनव पांडेय – प्लांट मैनेजर, एचपीसीएल चंपारण 11. प्रशांत सिंह – सेफ्टी ऑफिसर, एचपीसीएल चंपारण 12. साथ ही एचपीसीएल चंपारण की पूरी टीम जिसमें मयुख, आशुतोष कुमार, सिद्धार्थ शर्मा, राहुल रौशन समेत अन्य अधिकारीगण शामिल थे।
ड्रिल का उद्देश्य और महत्व
इस मॉक ड्रिल का मूल उद्देश्य था:
आपात स्थिति में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना
विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को परखना
कर्मचारियों की तैयारियों एवं समझदारी का मूल्यांकन करना
इस अभ्यास के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया कि यदि कभी वास्तविक आपदा की स्थिति उत्पन्न होती है, तो प्लांट की टीमें और संबंधित सेवाएं बिना किसी हिचकिचाहट के तत्परता से कार्य कर सकें।
सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
प्लांट मैनेजर श्री अभिनव पांडेय ने कहा कि “एचपीसीएल सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। ऐसे मॉक ड्रिल्स न केवल कर्मचारियों को जागरूक करते हैं, बल्कि हमारी तैयारियों को भी परखते हैं।” उन्होंने सभी भागीदारों और विभागों को इस सफल आयोजन में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
सारांश
यह मॉक ड्रिल न केवल एक सुरक्षा अभ्यास था, बल्कि यह आपदा प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी था। इससे यह स्पष्ट हुआ कि एचपीसीएल चंपारण प्लांट किसी भी आकस्मिक घटना से निपटने में पूरी तरह सक्षम और तैयार है।
न्यूज़ पोर्टल प्रतिनिधि – सुगौली, चंपारण