पूर्वी चंपारण जिला के रघुनाथपुर बालगंगा गांव में शुक्रवार को जमीन के विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इस विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान कमलेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
घटना के अनुसार, जमीन का विवाद ममता सिंह और CRPF जवान कमलेश कुमार के बीच था। ममता सिंह के पास स्थित जमीन का खाता नंबर 210 है, जबकि कमलेश कुमार और उनके साथ 20 अन्य लोगों के पास खाता संख्या 209 की जमीन है। दोनों पक्ष अपने-अपने दावे को लेकर अड़े हुए हैं और दोनों जमीन पर अपना कब्जा बता रहे हैं।
शुक्रवार की सुबह CRPF जवान कमलेश कुमार अपने साथियों के साथ जब जमीन पर मकान निर्माण की नीयत से पहुंचे, तो ममता सिंह और उनके परिजनों ने इसका विरोध किया। देखते ही देखते विवाद ने तूल पकड़ लिया और दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों ओर से लाठी-डंडे चले, जिसमें कई लोग हल्के रूप से घायल हुए, लेकिन कमलेश कुमार को गंभीर चोटें आईं।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
विवाद की जड़: खाता नंबर 209 और 210
जमीन विवाद की जड़ खेसरा नंबर 209 और 210 है। ममता सिंह का दावा है कि खाता नंबर 210 उनकी पुश्तैनी जमीन है, जिस पर वर्षों से उनका परिवार खेती करता आ रहा है। वहीं, CRPF जवान कमलेश कुमार और उनके साथियों का दावा है कि खेसरा नंबर 209 उनकी खरीदी हुई जमीन है, जिस पर उनका वैध कब्जा है। दोनों ही पक्षों ने जमीन संबंधित कागजात होने का दावा किया है।
पुलिस के सामने दोनों पक्षों ने अपने-अपने दस्तावेज पेश करने की बात कही है, लेकिन जमीन का वास्तविक स्वामित्व किसके पास है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने मौके पर पंचनामा तैयार किया और स्थिति का जायजा लिया।
प्रशासन की भूमिका और निर्देश
घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने दोनों पक्षों को सख्त निर्देश दिया कि जब तक भूमि का नवीकरण (Mutation) नहीं हो जाता और संबंधित विभाग से स्वीकृति नहीं मिलती, तब तक कोई भी पक्ष जमीन पर किसी प्रकार का निर्माण कार्य या अन्य गतिविधि नहीं करेगा।
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि नवीकरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा कि किस पक्ष को जमीन पर कार्य करने की अनुमति मिलेगी। तब तक दोनों पक्षों को संयम बरतने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों में डर और असुरक्षा की भावना देखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह के विवाद आए दिन हो रहे हैं और प्रशासन को समय रहते सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
CRPF जवान का इलाज जारी, केस दर्ज
गंभीर रूप से घायल CRPF जवान कमलेश कुमार का इलाज मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उनके सिर और पीठ पर गहरी चोटें आई हैं, लेकिन अब उनकी स्थिति स्थिर है। पुलिस ने कमलेश कुमार के बयान के आधार पर ममता सिंह और उनके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
निष्कर्ष
रघुनाथपुर बालगंगा में हुआ यह जमीनी विवाद एक बार फिर यह साबित करता है कि भूमि संबंधी मामलों में स्पष्टता और पारदर्शिता न होने के कारण आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। प्रशासन और संबंधित विभागों को चाहिए कि वे जमीन संबंधित मामलों का डिजिटल रिकॉर्ड सुलभ बनाएं और विवाद की स्थिति में तत्परता से कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में ऐसे हिंसक झड़पों को टाला जा सके