मोतिहारी (बिहार): रामनवमी पर्व को लेकर मोतिहारी जिला पूरी तरह से सतर्क और सजग है। शहर में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने के उद्देश्य से जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारी की है। इसी कड़ी में शुक्रवार को शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने संयुक्त रूप से फ्लैग मार्च निकाला।
फ्लैग मार्च की अगुवाई जिले के वरीय पुलिस अधिकारी कर रहे थे, जिनमें पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, थानाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। मार्च शहर के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों से होकर गुजरा। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और असामाजिक तत्वों से सतर्क रहने को कहा।
जिले में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात
रामनवमी के मद्देनजर जिले के मंदिरों, प्रमुख चौक-चौराहों, और जुलूस मार्गों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। ड्रोन कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी तरह की गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। विशेष रूप से उन इलाकों पर फोकस किया गया है जहां पहले कभी तनाव की स्थिति बनी थी।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से की सहयोग की अपील
फ्लैग मार्च के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने दुकानदारों, आम नागरिकों और समुदाय के प्रमुख लोगों से संवाद भी किया। लोगों से अपील की गई कि किसी भी अफवाह या भड़काऊ संदेश पर ध्यान न दें और शांति व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।
सीसीटीवी से निगरानी और कंट्रोल रूम सक्रिय
जिले के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और कंट्रोल रूम से पूरे जिले की निगरानी की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। अफवाह फैलाने वालों पर आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
धार्मिक आयोजन में प्रशासन की निगरानी
रामनवमी पर निकलने वाले शोभायात्रा और झांकियों को लेकर भी प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आयोजकों को समय, मार्ग और ध्वनि सीमा का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही हर आयोजन स्थल पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गई है।
जनता में दिखा प्रशासन पर भरोसा
फ्लैग मार्च के दौरान आम लोगों में एक विश्वास का भाव दिखा। लोगों ने कहा कि इस बार प्रशासन की तैयारी पहले से बेहतर है और वे पर्व को शांतिपूर्वक और उल्लास के साथ मनाना चाहते हैं।
मोतिहारी जिले में इस बार रामनवमी पर प्रशासन और आम जनता एकजुट होकर शांति और भाईचारे का संदेश देने को तैयार हैं। सुरक्षा के इस पुख्ता इंतजाम के बीच उम्मीद की जा रही है कि यह पर्व जिले में सुख-शांति और सौहार्द्र का प्रतीक बनकर सामने आएगा।