मोतिहारी – जिले में साइबर अपराध और एटीएम हेरफेर से जुड़ी धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा था। इसी कड़ी में 18 मार्च 2025 को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक संगठित गिरोह एटीएम से छेड़छाड़ कर लोगों के बैंक खातों से पैसे निकालकर ठगी कर रहा है। सूचना के आधार पर जिला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम गठित की। डिस्ट्रिक्ट इन्वेस्टिगेशन यूनिट (DIU) की टीम ने सूचना का सत्यापन करते हुए पश्चिमी चंपारण के मझौलिया थाना क्षेत्र के जौकटिया गांव से अशफाक आलम को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के दौरान चौंकाने वाले खुलासे
पूछताछ के दौरान अशफाक आलम ने कबूल किया कि वह एक संगठित गिरोह का हिस्सा है, जो एटीएम मशीनों में तकनीकी छेड़छाड़ कर भोले-भाले ग्राहकों के कार्ड से पैसे निकाल लेता था। गिरोह के अन्य दो सदस्यों के नाम भी सामने आए हैं – श्याम किशोर (पिता रवि किशोर) और झुन्ना कुमार (पिता नागेंद्र साह), जो जौकटिया गांव के ही रहने वाले हैं।
गिरफ्तार आरोपी के पास से विभिन्न बैंकों के 19 एटीएम कार्ड और 2 धारदार चाकू बरामद किए गए हैं। इससे साफ होता है कि यह गिरोह बड़े पैमाने पर अपराध में संलिप्त था। पुलिस ने अब फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
गिरोह का तरीका बेहद शातिराना था। वे भीड़भाड़ वाले इलाकों में स्थित एटीएम मशीनों को निशाना बनाते थे। ये आरोपी मशीन में कार्ड फंसाने की तकनीक अपनाते थे, जिससे ग्राहक का कार्ड मशीन में अटक जाता था। जब परेशान ग्राहक मदद मांगता, तो ये ठग मदद के बहाने कार्ड नंबर और पिन हासिल कर लेते थे। इसके बाद वे कार्ड बदलकर पैसे निकाल लेते थे। कई मामलों में, गिरोह ग्राहकों के कार्ड से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी करता था।
गिरोह के नेटवर्क की हो रही जांच
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह गिरोह पश्चिमी चंपारण के अलावा बिहार के अन्य जिलों में भी सक्रिय था। उनके पास से बरामद एटीएम कार्ड यह संकेत देते हैं कि उन्होंने कई लोगों को अपने जाल में फंसाया होगा। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इनका कोई लिंक अन्य साइबर अपराधी गिरोहों से तो नहीं है।
स्थानीय लोगों में जागरूकता की जरूरत
इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अजनबी से एटीएम में मदद न लें और अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही, पुलिस द्वारा एटीएम धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की भी योजना बनाई जा रही है।
अपराध पर नकेल कसने की तैयारी
गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। इस घटना से स्पष्ट है कि साइबर अपराध और एटीएम धोखाधड़ी से निपटने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही बाकी अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा।
निष्कर्ष
यह गिरफ्तारी पश्चिमी चंपारण पुलिस की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। लगातार बढ़ते साइबर अपराधों के बीच यह कार्रवाई अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि अब वे कानून की पकड़ से बच नहीं सकते। पुलिस की सक्रियता और जांच से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जिससे क्षेत्र में एटीएम धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी।








