मोतिहारी में होली का अद्वितीय उत्सव: हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल

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मोतिहारी, बिहार इस वर्ष मोतिहारी में होली का पर्व अद्वितीय उत्साह, उमंग, और सांप्रदायिक सौहार्द के साथ मनाया गया। शहर के भवानीपुर जिरात स्थित रवि शंकर वर्मा के आवास पर ढोल-नगाड़ों की थाप पर सैकड़ों लोग एकत्रित हुए और होली गीतों के साथ उत्सव का आनंद लिया।

सुबह से ही लोग रंग-गुलाल के साथ होली खेलते नजर आए। पुराने गिले-शिकवे भूलकर सभी ने एक-दूसरे को रंग लगाकर गले मिलकर भाईचारे का संदेश दिया। इस अवसर पर गंगा-जमुनी तहजीब की अद्भुत मिसाल देखने को मिली, जब मुस्लिम समुदाय के लोग भी होली के इस रंगारंग उत्सव में शामिल हुए और भाईचारे का परिचय दिया।

रमजान का सम्मान और सौहार्द का आयोजन
आयोजक रवि शंकर वर्मा ने बताया कि इस वर्ष होली के साथ रमजान का महीना और जुम्मा का दिन भी था। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने सुनिश्चित किया कि किसी को असुविधा न हो। इसीलिए उन्होंने अपने आवास पर ही होली का आयोजन किया, जहां परिवार और समाज के लोगों ने मिलकर ढोल-नगाड़ों के साथ होली का आनंद लिया।

परिवार में भी खास उत्साह

रवि शंकर वर्मा के पुत्र, डॉक्टर अंजिक, ने बताया कि कई वर्षों बाद उन्हें अपने परिवार के साथ होली मनाने का अवसर मिला है। इस अवसर पर उनकी भाभी रोशना श्रीवास्तव, जो नेपाल से आई थीं, ने भी भारतीय होली का आनंद लिया। उन्होंने कहा, “भारत की होली ने मेरे दिल में एक विशेष स्थान बना लिया है। गीत-संगीत, रंग-गुलाल और प्रेम के साथ मनाई गई यह होली जीवन भर याद रहेगी।”

समाज का संगम और प्रशासन की सजगता             

इस उत्सव में रवि शंकर वर्मा, आशीष श्रीवास्तव, बाला सिंह, मुन्ना यादव, मोहम्मद अली, हरि नारायण गुप्ता, विजय श्रीवास्तव, संजय गुप्ता, डॉक्टर अंजिक, किरण वर्मा, रोशना श्रीवास्तव, अजय सिंह, महमूद आलम, तेनु लाल सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा। पुलिस की टीमें विभिन्न स्थानों पर तैनात थीं, जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और पर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।

भाईचारे का संदेश

मोतिहारी में इस प्रकार का सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारा पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। यह संदेश देता है कि त्योहारों का असली उद्देश्य लोगों को जोड़ना और प्रेम, सौहार्द, तथा एकता का संदेश फैलाना है।

एडिटर इन चीफ:- रजनीश रवि [रिपब्लिक 7 भारत]