मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आगामी 7 और 8 मार्च 2025 को भारतीय सेना द्वारा ‘शौर्य वेदनम’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनता को सेना के शौर्य, पराक्रम और सामर्थ्य से परिचित कराना है। कार्यक्रम का उद्घाटन 7 मार्च को सुबह 10:00 बजे बिहार के राज्यपाल और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मोतिहारी के जिलाधिकारी (डीएम) सौरभ जोरवाल ने सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। यह बैठक समाहरणालय स्थित डॉ. राधाकृष्णन सभागार में आयोजित की गई, जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
शौर्य वेदनम’ कार्यक्रम में सेना के तीनों अंग – थल, जल और वायु सेना के जवान शामिल होंगे। इस दौरान आधुनिकतम हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें बोफोर्स तोप, टी-90 टैंक, एके-47 जैसे घातक अस्त्र-शस्त्र आम जनता के लिए प्रदर्शित किए जाएंगे। साथ ही, डॉग शो, रोबोटिक म्यूल्स, मार्शल आर्ट, मोटरसाइकिल डिस्प्ले और ऑपरेशनल डेमो जैसे रोमांचक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छऊ, भांगड़ा और खुकरी नृत्य की प्रस्तुतियां विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी।
कार्यक्रम के दौरान युवाओं को सेना की दिनचर्या और करियर संबंधी जानकारियां प्रदान करने के लिए ‘आर्मी जॉब फेयर’ का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें सेना में भर्ती प्रक्रिया, प्रशिक्षण और सेवा के बाद उपलब्ध अवसरों की जानकारी दी जाएगी, जिससे युवा सेना में शामिल होने के प्रति प्रेरित हों।
सुरक्षा के मद्देनजर, गांधी मैदान में चप्पे-चप्पे पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। मैदान में बैरिकेडिंग, साफ-सफाई, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, पेयजल की उपलब्धता और ग्राउंड के समतलीकरण जैसे कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। प्रवेश द्वारों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी, और ड्यूटी में तैनात सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को फोटोयुक्त पहचान पत्र जारी किए जाएंगे।
कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए 6 मार्च की शाम 4:00 बजे संयुक्त ब्रीफिंग आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रतिनियुक्त सभी पदाधिकारी एवं कर्मी शामिल होंगे। इसके अलावा, सेना के अधिकारियों के साथ समन्वय के लिए संयुक्त नियंत्रण कक्ष (जॉइंट कंट्रोल रूम) स्थापित किया जाएगा।
शौर्य वेदनम’ कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है, इसलिए भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। जिला प्रशासन और सेना के अधिकारी मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ताकि आम जनता को सेना के शौर्य और पराक्रम का प्रत्यक्ष अनुभव हो सके।
यह कार्यक्रम न केवल सेना के प्रति सम्मान और गर्व को बढ़ाएगा, बल्कि युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित भी करेगा। मोतिहारी के नागरिक इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो उन्हें भारतीय सेना की वीरता और तकनीकी कौशल से रूबरू होने का अवसर प्रदान करेगा








