मानव तस्करी की बड़ी साजिश नाकाम, 07 तस्कर गिरफ्तार

369

रक्सौल, बिहार | मानव तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में बिहार पुलिस ने नेपाल से भारत लाई जा रही दो नेपाली लड़कियों को मुक्त कराकर सात मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मानव तस्करी रोधी इकाई, स्वच्छ संस्था रक्सौल, प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण, और रक्सौल थाना की संयुक्त टीम द्वारा की गई।

गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई

14 फरवरी 2025 को पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ मानव तस्कर दो नेपाली लड़कियों को बहला-फुसलाकर और धन का लालच देकर नेपाल से भारत ला रहे हैं। इस सूचना के आधार पर मानव तस्करी रोकथाम के लिए एक विशेष जांच अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान पुलिस ने रक्सौल के बाटा चौक पर एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी को रोका, जिसमें दो नेपाली लड़कियों के साथ पाँच पुरुष और दो महिलाएँ मौजूद थीं। पुलिस को संदेह हुआ और उन्होंने पूछताछ शुरू की, जिसके बाद इस संगठित मानव तस्करी का खुलासा हुआ।

पूछताछ में सामने आई साजिश

पूछताछ के दौरान गिरफ्तार तस्करों ने स्वीकार किया कि वे इन लड़कियों को भारत के विभिन्न राज्यों में बेचने के लिए ले जा रहे थे। तस्करों ने इन महिलाओं को अच्छे रोजगार और बेहतर जीवन का झांसा देकर नेपाल से बाहर लाने की योजना बनाई थी। पुलिस ने मौके से कई दस्तावेज, मोबाइल फोन और स्कॉर्पियो गाड़ी बरामद की है, जिनका इस्तेमाल इस गैरकानूनी गतिविधि में किया जा रहा था।

गिरफ्तार आरोपी

मानव तस्करी में संलिप्त पाए गए सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये सभी विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं—

1. जितेन्द्र कुमार यादव (पिता – राजेश्वर राय) निवासी कमालपुर, जिला छपरा (सारण)

2. राजेश कुमार (पिता – बृजकिशोर) निवासी राउत, थाना खैरा, जिला छपरा (सारण)

3. आशा देवी (पति – बलिराम साह) निवासी लेरूआ, थाना मढ़ौरा, जिला छपरा (सारण)

4. सुगान्ति देवी (पति – नरेश राय) निवासी लेरूआ, थाना मढ़ौरा, जिला छपरा (सारण)

5. संजीत कुमार यादव (पिता – ब्रह्मदेव प्रसाद यादव) निवासी पोखरिया नगर पालिका, वार्ड नं. 02, थाना पोखरिया, जिला परसा (नेपाल)

6. दिनोश साह (पिता – सुरेन्द्र साह) निवासी जीतपुर, जिला बारा (नेपाल)

7. संतोष कुमार राम (पिता – शिव कुमार राम) निवासी चाई छपरा, थाना बैरिया, जिला बलिया (उत्तर प्रदेश)

बचाई गई नेपाली लड़कियाँ

1. रीया कुमारी चौधरी (पिता – राजकुमार चौधरी) निवासी दुधीयाबा, नगरपालिका फतुहा विजयपुर, वार्ड नं. 10, थाना दुधीयावा, जिला रौतहट (नेपाल)

2. हीरा कुमारी चौधरी (पिता – रतन चौधरी) निवासी बभनी, कोल्भी नगरपालिका, वार्ड नं. 01, पुलिस चौकी इलाका कोल्भी, जिला बारा (नेपाल)

बरामदगी

स्कॉर्पियो गाड़ी – 01 मोबाइल फोन – 05 आधार कार्ड – 04

मानव तस्करी पर पुलिस की सख्त कार्रवाई

मानव तस्करी एक गंभीर अपराध है, जिसमें मासूम महिलाओं और बच्चों को लालच देकर या जबरदस्ती अवैध धंधों में धकेल दिया जाता है। बिहार पुलिस और विभिन्न समाजसेवी संगठनों के प्रयासों से यह साजिश विफल हो गई और दो महिलाओं को बचा लिया गया। इस सफलता से न केवल तस्करों की बड़ी साजिश नाकाम हुई बल्कि मानव तस्करी के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी गया।

पुलिस का बयान

रक्सौल थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है और गिरफ्तार तस्करों के अन्य नेटवर्क का भी पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाज को भी मानव तस्करी के खिलाफ जागरूक होना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए।

समाज की भूमिका

मानव तस्करी को रोकने के लिए समाज को भी सतर्क रहने की जरूरत है। अगर कोई व्यक्ति किसी लड़की या महिला को बहलाकर बाहर ले जाता हुआ दिखे तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को देनी चाहिए। मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सरकार, पुलिस और समाज को मिलकर काम करना होगा।

यह कार्रवाई बिहार पुलिस और सहयोगी संस्थाओं की एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है, जिससे कई मासूमों का भविष्य अंधकारमय होने से बच गया।