मोतिहारी: बिहार में महिला सशक्तिकरण और पुलिस बल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का एक और बेहतरीन उदाहरण सामने आया है। मोतिहारी स्थित फायरिंग रेंज में पुलिस बल के जवानों को फायरिंग अभ्यास कराया जा रहा है, जिसमें सिपाही से लेकर डीएसपी स्तर के अधिकारी तक शामिल हो रहे हैं। इस फायरिंग अभ्यास का उद्देश्य पुलिसकर्मियों की निशानेबाजी कौशल को बढ़ाना और उन्हें किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना है।
मुख्यालय डीएसपी दुर्गा शक्ति के नेतृत्व में आयोजित इस फायरिंग अभ्यास में पुलिसकर्मियों ने आधुनिक हथियारों, विशेष रूप से AK-47 से फायरिंग की। डीएसपी दुर्गा शक्ति ने खुद भी फायरिंग अभ्यास किया और बुल्स आई (निशाने के केंद्र) पर निशाना साधा। यह आयोजन न केवल पुलिस बल को सशक्त बना रहा है, बल्कि महिलाओं की बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित कर रहा है।
शार्प शूटर यूनिट के गठन की योजना
इस फायरिंग अभ्यास के दौरान उन पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा, जो लगातार सटीक निशाना साधते हैं। दस-दस बार बुल्स आई पर निशाना लगाने वाले पुलिसकर्मियों को ‘शार्प शूटर’ की उपाधि दी जाएगी और उनके लिए जिला पुलिस में एक विशेष ‘शार्प शूटर यूनिट’ बनाई जाएगी। यह यूनिट विशेष अभियानों और संवेदनशील सुरक्षा कार्यों में अपनी सेवाएं देगी।
डीएसपी दुर्गा शक्ति ने कहा, पुलिस बल को हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। फायरिंग कौशल का विकास सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए अनिवार्य है। इस अभ्यास में महिलाओं की भागीदारी यह दर्शाती है कि वे भी किसी से कम नहीं हैं।”
महिला सशक्तिकरण और पुलिस बल में उनकी भागीदारी
बिहार सरकार और पुलिस विभाग महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। हाल के वर्षों में पुलिस बल में महिलाओं की संख्या बढ़ी है और वे हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित कर रही हैं। डीएसपी दुर्गा शक्ति जैसी महिला अधिकारियों का नेतृत्व पुलिस बल में महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल बन रहा है।
फायरिंग अभ्यास में भाग लेने वाले पुलिसकर्मी अत्यधिक उत्साहित नजर आए। इस अभ्यास ने न केवल उनकी तकनीकी दक्षता को बढ़ाया बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी इजाफा किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पुलिस बल को आधुनिक चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करना और उनकी दक्षता को और निखारना है।
पुरस्कार वितरण और समापन समारोह
इस अभ्यास के अंत में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को विशेष पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। डीएसपी दुर्गा शक्ति ने बताया कि यह अभ्यास भविष्य में भी नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा, जिससे पुलिस बल की फायरिंग क्षमता को और मजबूत किया जा सके।
मोतिहारी का यह फायरिंग अभ्यास बिहार पुलिस के लिए एक ऐतिहासिक कदम है, जो पुलिस बल को और अधिक सशक्त और कुशल बनाने में मदद करेगा। इसके साथ ही यह महिला पुलिसकर्मियों के बढ़ते योगदान को भी दर्शाता है, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।








