जन सुराज की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुभद्रा सहनी का मोतीहारी आगमन: महिला सशक्तिकरण के प्रति नई उम्मीद

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मोतीहारी: जन सुराज अभियान की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुभद्रा सहनी जी का मोतीहारी आगमन क्षेत्र के लोगों के लिए विशेष उत्साह और प्रेरणा का केंद्र बना। इस अवसर पर विभिन्न महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण, सामाजिक न्याय और जन कल्याण के लिए जन सुराज के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है।

महिला नेतृत्व की भूमिका:
इस कार्यक्रम में सुभद्रा सहनी ने महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करने और उनके अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “महिलाओं का सशक्तिकरण समाज के समग्र विकास का आधार है। जन सुराज अभियान इस दिशा में प्रतिबद्ध है और महिला नेतृत्व को और अधिक बढ़ावा देगा।”

विशिष्ट अतिथियों का योगदान:
कार्यक्रम में जन सुराज पूर्वी चंपारण जिला प्रभारी राघवेंद्र पाठक जी सहित कई गणमान्य सदस्य उपस्थित थे। इनमें महिला जिलाध्यक्ष आशा देवी जी, मेनिका कुमारी शर्मा (चकिया महिला अनुमंडल अध्यक्ष), स्मिता जी, इंदू सिन्हा, फातिमा जी, गिता पासवान, कुसुम देवी, सुधा वर्मा, रिना राय, सलोनी कुमारी, पूर्णिमा भारती, रजिया खातून, बबिता कुमारी, और कौशल्या जी का नाम प्रमुखता से शामिल है।

इसके अलावा प्रदेश कार्यवाहक समिति के सदस्य मंतोष सहनी, सुबोध तिवारी, रविंद्र सिंह (वेरूआर) और प्रभात सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी इस आयोजन में भाग लिया। सभी अतिथियों ने सुभद्रा सहनी का सम्मान करते हुए उनके प्रयासों को सराहा।

महिलाओं के अधिकारों पर चर्चा:
कार्यक्रम के दौरान, महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण पर चर्चा की गई। महिला नेतृत्व की भूमिका को बढ़ाने के लिए सुझाव दिए गए और ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को एक साथ जोड़ने पर बल दिया गया।

सामाजिक न्याय की दिशा में जन सुराज की प्रतिबद्धता:
सुभद्रा सहनी ने इस अवसर पर जन सुराज अभियान के उद्देश्यों को दोहराया। उन्होंने कहा कि यह अभियान समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने और समाज में व्याप्त असमानताओं को खत्म करने के लिए काम कर रहा है।

स्थानीय जनता की भागीदारी:
मोतीहारी में आयोजित इस कार्यक्रम ने स्थानीय जनता में एक नई ऊर्जा का संचार किया। महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और सुभद्रा सहनी के विचारों से प्रेरणा ली। स्थानीय कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को जन सुराज अभियान से जोड़ने और उनकी समस्याओं को प्रमुखता से उठाने की बात कही।

निष्कर्ष:
सुभद्रा सहनी के आगमन ने मोतीहारी के लोगों में नई उम्मीद जगाई है। जन सुराज के इस अभियान ने न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने का प्रयास भी किया है। यह कार्यक्रम महिलाओं के नेतृत्व में एक नए युग की शुरुआत का संकेत देता है, जहां वे अपने अधिकारों के प्रति सजग होकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेंगी।

आगामी दिनों में जन सुराज का यह अभियान और भी मजबूत होगा और समाज में बदलाव की दिशा में अपनी अहम भूमिका निभाएगा।