पटना। बिहार सत्याग्रह आश्रम से जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने राज्यव्यापी बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली बिहार के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। रैली का नेतृत्व जन सुराज के युवा अध्यक्ष आनंद मिश्रा कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस बाइक यात्रा के तहत 100 बाइकर्स पूरे बिहार में 20 हजार किलोमीटर की यात्रा करेंगे। उन्होंने कहा, “यह यात्रा युवाओं के लिए उनकी आवाज बनने और उनके मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास है। जिस तरह मैंने अपनी पदयात्रा के माध्यम से बिहार के हर हिस्से में लोगों से जुड़ने का काम किया, उसी तरह आनंद मिश्रा इस बाइक यात्रा के माध्यम से युवाओं से जुड़ेंगे।”
आनंद मिश्रा ने इस अवसर पर कहा, “यह यात्रा प्रशांत जी के मार्गदर्शन में हो रही है। उन्होंने पदयात्रा के माध्यम से जो बीज बोया है, मैं उसे इस बाइक यात्रा के जरिए सींचने का प्रयास करूंगा। हमारा उद्देश्य बिहार के युवाओं को उनकी समस्याओं से निजात दिलाने और उनके लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने का है।”
राहुल गांधी पर निशाना
प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि जब बिहार में जाति जनगणना हुई थी, तब महागठबंधन की सरकार थी। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी जब यह कहते हैं कि बिहार में अत्याचार हो रहे हैं, तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए। कांग्रेस ने देश और बिहार में लंबे समय तक शासन किया है। यदि कांग्रेस सिख दंगों के लिए माफी मांग सकती है, तो उन्हें बिहार में जंगलराज के दौरान हुए अत्याचारों के लिए भी माफी मांगनी चाहिए। उस समय बिहार में कांग्रेस के समर्थन से सरकार चल रही थी।”
प्रशांत किशोर ने अपने बयान के जरिए युवाओं के साथ हो रहे अन्याय और राजनीति में जवाबदेही की आवश्यकता को रेखांकित किया। उनका कहना है कि वर्तमान राजनीतिक दलों को अपनी विफलताओं को स्वीकार करना चाहिए और जनता के प्रति जवाबदेह बनना चाहिए।
यह राज्यव्यापी बाइक रैली बिहार के विभिन्न जिलों से गुजरते हुए युवाओं के बीच जन सुराज का संदेश फैलाने का प्रयास करेगी। बाइकर्स न केवल युवाओं से जुड़ेंगे, बल्कि उनकी समस्याओं को एकत्र कर एक ठोस एजेंडा तैयार करेंगे। प्रशांत किशोर की इस पहल को जन सुराज के अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।