नीतीश कुमार 201.12 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

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मोतिहारी  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूर्वी चंपारण जिले में की गई समीक्षा बैठक में अनेक विकासात्मक योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की गई। बैठक में बिहार के विकास को गति देने के लिए विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा हुई।

मुख्य बिंदु और घोषणाएं:

1. विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा

बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम आदि योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी गई। हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नाली, और हर खेत तक सिंचाई का पानी जैसी योजनाओं पर प्रगति की समीक्षा।पंचायत स्तर पर खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स क्लब के गठन और खेल मैदान के निर्माण का निर्देश।

2. कृषि एवं बुनियादी ढांचा

गन्ना किसानों को 20 रु/क्विंटल मूल्य वृद्धि देने की घोषणा।धनौती नदी पर पुल निर्माण के निर्देश, जिससे कोटवा और मोतिहारी का सीधा संपर्क स्थापित हो सकेगा।बागमती नदी के दाएं तटबंध पर पक्की सड़क का निर्माण।

3. पर्यटन स्थलों का विकास

सोमेश्वरनाथ मंदिर का परिसर विकास और संपर्क मार्ग चौड़ा करने का निर्देश।घुड़दौड़ पोखर का जीर्णोद्धार और इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना।सीताकुंड धाम परिसर और संपर्क पथ का उन्नयन।

4. महिलाओं और युवाओं के लिए प्रोत्साहन

पंचायत और नगर निकायों में महिलाओं को 50% आरक्षण और पुलिस बल में महिलाओं को 35% आरक्षण का लाभ।साइकिल योजना और पोशाक योजना से शिक्षा के क्षेत्र में सुधार।स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाकर 10.61 लाख करना और शहरी क्षेत्रों में विस्तार।

5. रोजगार एवं शिक्षा

अब तक 9 लाख सरकारी नौकरियां और 24 लाख रोजगार के अवसर सृजित किए गए।2025 तक 12 लाख सरकारी नौकरियां और 34 लाख रोजगार देने का लक्ष्य। प्रत्येक जिले में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज की स्थापना।

6. बाढ़ और आपदा प्रबंधन

रक्सौल में बंगरी नदी पर तटबंध का निर्माण और पताही में बाढ़ प्रबंधन योजनाएं।

7. जाति आधारित जनगणना

94 लाख गरीब परिवारों की पहचान कर प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्णय।

मुख्यमंत्री का संदेश:

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से बिहार में हर क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाया गया है। उन्होंने सभी वर्गों के उत्थान के लिए समान रूप से कार्य करने और विकास में किसी प्रकार का भेदभाव न होने की बात दोहराई। जनता की समस्याओं का समाधान शीघ्र सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया।

महत्वपूर्ण घोषणाएं:

गन्ना मूल्य में वृद्धि, मंदिरों और पर्यटन स्थलों का उन्नयन, और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान।

जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पुराने कुओं, पोखरों, और तालाबों का जीर्णोद्धार।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में चंपारण की ऐतिहासिक महत्ता को रेखांकित किया और इसे विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प व्यक्त किया।